यू-ट्यूब देखकर एटीएम से रुपये निकालने की बनाई थी योजना, वाराणसी में आरोपित को पुलिस ने किया गिरफ्तार
वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र के गिलट बाजार चौकी इंचार्ज ने सुद्धिपुर स्थित केनरा बैंक के एटीएम से साढ़े तीन लाख रुपये निकालने के मामले में बड़ा पर्दाफाश किया है। रविवार को आरोपित को गिरफ्तार कर उसके पास से एक लाख 40 हजार रुपये बरामद किया है।
वाराणसी, जेएनएन। शिवपुर थाना क्षेत्र के गिलट बाजार चौकी इंचार्ज ने सुद्धिपुर स्थित केनरा बैंक के एटीएम से साढ़े तीन लाख रुपये निकालने के मामले में बड़ा पर्दाफाश किया है। रविवार को आरोपित को गिरफ्तार कर उसके पास से एक लाख 40 हजार रुपये बरामद किया है। कंप्यूटर के जानकार आरोपित ने यू-ट्यूब देखकर एटीएम से रुपये निकालने की योजना बनाई और एटीएम के अंदर डिजिटल कैमरा लगाकर पासवर्ड का पता लगा लिया और आसानी से तीन लाख 45 हजार रुपये निकाल लिए थे।
बता दें कि 18 अप्रैल को आरोपित राजेश यादव पुत्र रामधारी यादव निवासी सुद्धीपुर ने सुद्धिपुर स्थित केनरा बैंक के एटीएम को खोलकर उसमें से 3,45,700 रुपये निकाल लिए थे। गिलट बाजार पुलिस चौकी इंचार्ज आनंद कुमार चौरसिया ने रविवार को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह स्नातक तक पढ़ा है। कम्प्यूटर की जानकारी के साथ ही रेलवे विभाग में ठेकेदारी का काम करता है। उसने अधिक रुपये कमाने के लालच में एक डिजिटल कैमरा खरीद और केनरा बैंक में लगे एटीएम में जाकर सेट कर दिया।
18 अप्रैल को एटीएम मशीन में जाकर कैमरा के माध्यम से एटीएम मशीन का पासवर्ड पता कर लिया, जोकि बैंक मैनेजर द्वारा पैसा जमा करने के पूर्व उपयोग किया जाता है । उस पासवर्ड को उसने डिजिटल कैमरे से पढकर एटीएम मशीन को खोलकर कैश बाक्स में रखे रुपयों को निकाल लिया। रुपयों को बैग में रखकर और एटीएम मशीन को पूर्व की भांति बंदकर बाइक से वापस चला गया था। 3,45,700 रुपयों में से एक लाख 40 हजार रुपये बचे हैं।
एनडी तिवारी हत्याकांड में पुलिस दो लोगों से कर रही पूछताछ
एनडी तिवारी हत्याकांड के मामले में रोहनिया पुलिस ने दो अन्य लोगों को शक के आधार पर उठाकर पूछताछ कर रही है ।घटना के 20 दिन बीत जाने के बाद भी हत्या में शामिल शूटर और पुलिस की पकड़ से अभी भी दूर हैं।पांच अप्रैल की रात शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर माधोपुर से दर्शन कर अपने घर लौट रहे एनडी तिवारी की कुरहुआ में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में एनडी के भाई ने तीन नामजद तथा दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने नामजद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन घटना का खुलासा और हत्या में प्रयुक्त असलहा तथा शूटर का पता नहीं चल पाया।