वाराणसी में 25 हजार घरों तक पीएनजी लाइन, कनेक्शन मात्र चार हजार उपोभक्ताओं तक ही
गेल इंडिया लिमिटेड ने शहर के 25 हजार घरों तक पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) लाइन पहुंच गई है। बावजूद इसके चार से भी कम घरों ही पीएनजी से खाना पक रहा है। सबसे दयनीय स्थिति प्रबुद्ध वर्ग वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं बरेका परिसर की है।
वाराणसी, जेएनएन। गेल इंडिया लिमिटेड ने शहर के 25 हजार घरों तक पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) लाइन पहुंच गई है। बावजूद इसके चार से भी कम घरों ही पीएनजी से खाना पक रहा है। सबसे दयनीय स्थिति प्रबुद्ध वर्ग वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं बरेका परिसर की है, जबकि सबसे पहले इन्हीं परिसरों में लाइन डाली गई थी। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी कालोनी एवं शहर के कुछ अन्य क्षेत्रों में भी पीएनजी की आपूर्ति की जा रही है। वहीं अंधरापुल से तहरतारा एवं राजघाट तक तेजी से लाइन डाली जा रही है। दावा किया जा रहा है कि एक माह में यह लाइन मेल लाइन से जुड़ जाएगी।
अंधरापुल से तहरतारा की ओर से छह किलोमीटर तक पीएनजी की लाइन डाली जा रही है। इस बीच आने वाले मोहल्लों के सस्ती गैस मिलने लगेगी। वहीं अंधरापुल से राजघाट की ओर से चार किलोमीटर तक स्टील पाइप डाली गई है। गेल के उप महाप्रबंधक गौरीशंकर मिश्र ने बताया कि एक माह में यहां इस मार्ग पर कार्य पूरा हो जाएगा। वहीं शिवपुर में डिस्ट्रिक्ट रेगुलेटरी स्टेशन लगा दिया गया है। इसके अलावा पांडेयपुर एवं सारनाथ क्षेत्र में भी लाइन डालने का कार्य चल रहा है। 2022 तक 40 हजार घरों तक कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य है।
घरों तक पीएनजी लाइन
40 हजार में 2022 तक पीएनजी लाइन पहुंचाने का लक्ष्य
25 हजार घरों तक फिलहाल पहुंच गई है पीएनजी लाइन
3900 घरों में पीएनजी से पक रहा है खाना
52 किलोमीटर से अधिक डाली जा चुकी है पीएनजी की स्टील लाइन
29.98 रुपये प्रति स्टैंटर्ड क्यूबीम मीटर है पीएनजी का रेट