PM Narendra Modi in Varanasi : पीएम के प्रयासों से और भी आधुनिक हुई काशी, दस बिदुओं में जानें...
PM Modi Varanasi Visit 2021 पीएम नरेंद्र मोदी ने पुराणों से भी पुरानी मानी जाने वाली नगरी को आधुनिक तेवर और कलेवर देकर काशी को क्योटो सरीखा बनाने की अपनी प्रतिबद्धता लगातार दोहराई है। दस बिंदुओं में जानिए कि गुरुवार को पीएम में आखिर क्या रहा खास।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सात वर्षों से लगातार हर दौरे में तमाम सौगातें दे चुके हैं। गुरुवार को प्रधानमंत्री का 27 वां दौरा था। इस दौरान पीएम ने काशी को लगभग 1500 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी है। इसमें शिलान्यास और लोकार्पण दोनों ही आयोजन शामिल थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने पुराणों से भी पुरानी मानी जाने वाली नगरी को आधुनिक तेवर और कलेवर देकर काशी को क्योटो सरीखा बनाने की अपनी प्रतिबद्धता लगातार दोहराई है। दस बिंदुओं में जानिए कि गुरुवार को पीएम में आखिर क्या रहा खास-
1- रुद्राक्ष से भव्य हुई काशी : पीएम ने बताया कि जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे के समय यह परियोजना 12 दिसंबर 2015 को शुरू हुई और अब जनता को समर्पित है। पीएम ने बताया कि पुराणों में कहा गया है कि सबके हित के लिए सबके कल्याण के लिए आंसुओं से गिरा रुद्राक्ष है, उनकी अंश्रुबूंंद मानव प्रेम का प्रतीक है। रुद्राक्ष भी दुनिया को आपसी प्रेम कला संंस्कृति से जोड़ने का काम करेगा। काशी सबसे पुराना शहर है। सीर से सारनाथ ने सबकुछ संजोकर रखा है। ठुमरी, दादरा, ख्याल, कजरी, चैती जैसी बनारस की चर्चित विख्यात गायन शैलियां सारंगी पखावज शहनाई हो बनारस के रोम रोम से गीत संगीत कला झरती है। घाटों पर कलाएं विकसित हुईं। बनारस गीत संगीत और धर्म आध्यात्म विज्ञान का केंद्र है। कल्चरल इवेंट के लिए बनारस आइडियल लोकेशन है। लोग देश विदेश से आना चाहते हैं। सुविधा मिले तो कला जगत के लोग बनारस को प्राथमिकता देंगे। रुद्राक्ष इन्हीें को साकार करेगा और केंद्र बनेगा।
2- काशी की कला को मिलेगा मंच : पीएम ने बताया कि इस सेंटर में 1200 लोगों के बैठने की सुविधा है, पार्किंग और दिव्यांगों के लिए सुविधा है। हैंडीक्राफ्ट और शिल्प को पहचान मिल रही है। कारोबारी गतिविधि भी बढ़ रही है। इसका उपयोग बिजनेस में किया जा सकता है। काशी का पूरा क्षेत्र साक्षात शिव हैं। सारी विकास परियोजनाओं से काशी का श्रंगार हो रहा है तो बिना रुद्राक्ष के कैसे पूरा हो सकता था। अब रुद्राक्ष काशी ने धारण कर लिया है तो शोभा बढ़ेगी। इसका पूरा उपयोग करना है। सांस्कृतिक सौंदर्य प्रतिभा को इससे जोड़ना है। भारत जापान को भी इससे मजबूती मिलेगी। महादेव के आशीर्वाद से काशी की पहचान यह केंद्र बनेगा।
3- जापान का कीमती सहयोग : पीएम ने गुजरात में जापान की दो परियोजनाएं गार्डन और एकाडमी के पूरा होने के साथ ही हाईस्पीड रेल कारीडोर के साथ ही रुद्राक्ष के पूरा होने और रेलवे सहित तमाम सांस्कृति संबंधों का हवाला देकर जापान के सहयोग को याद किया। वहीं नई दिल्ली कोलकाता हाई स्पीड रेल कारीडोर का सर्वे भी चल रहा है उम्मीद है कि इसमें भी जापानी तकनीक की ट्रेन शिंकानशेन का ही प्रयोग किया जाए। पीएम ने इनपर कहा भी कि भविष्य की संभावनाओं का यह स्रोत है। अपने पन पर जापान से ऐसे ही सांस्कृतिक संबंध की रूपरेखा खींची थी। विकास के साथ दोनों देशों के रिश्तों में मिठास का अध्याय लिखा जा रहा है।
4- बनारसी पने और आधुनिकता को सराहा : काशी के प्रबुद्ध जनों को पीएम ने संबोधित किया। बताया कि लंबे समय बाद आपके बीच आने का मौका मिला है। बनारस का मिजाज ऐसा है कि अरसा भले लंबा हो जाए लेकिन शहर मौका मिलने पर एक साथ रस भरकर दे देता है। काशी ने बुलाया तो एक साथ विकास कार्यों की झड़ी लगा दी। महादेव के आशीर्वाद से काशीवासियों ने विकास की गंगा बहा दी है। सैकड़ों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। काशी का वैभव आधुनिक स्वरुप के अस्तित्व में आ रहा है। काशी के हर जन को उपलब्धियों पर पीएम ने जी भर कर बधाई दी। पीएम ने कहा कि बाबा की नगरी थमती और रुकती नहीं है। ...और इस स्वभाव को सिद्ध भी किया है। कोरोना में दुनिया ठहर गई तो काशी संयमित हुई अनुशासित हुई लेकिन स्रजन और विकास की धारा बहती रही। काशी के विकास के आयाम इंटरनेशनल सेंटर रुद्राक्ष आज इसी रचनात्मकता और गतिशीलता का परिणाम है। वहीं जापान के राजदूत और प्रतिनिधि मंडल के सारनाथ में दौरे की वजह से बुद्ध की धरती से भी जापान का जुड़ाव रुद्राक्ष के माध्यम से होने से जापानी लोगों के काशी आने की संभावनाएं भी बलवती हो रही हैं।
5- स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर : कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए चिकित्सा और स्वास्थ्य की तैयारियों को लेकर आधुनिक मशीनों, लैब, आक्सीजन, बेड की उपलब्धता और कोरोना की दवाओं पर शोध को लेकर विशेषज्ञों से उनके अनुभवों पर बात कर तैयारियों की सराहना की। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के लिए चल रही विशेष तैयारियों से भी पीएम इस दौरान अवगत हुए। वहीं मातृ शिशु स्वास्थ्य को समर्पित एमसीएच विंग की आधुनिक सुविधाओं का भी उन्होंने निरीक्षण किया। यहां पर सौ बेड का विशेष विंग महिला और शिशु स्वास्थ्य पर आधारित निर्मित किया गया है। इसी प्रकार का जिला अस्पताल में भी 50 बेड का वार्ड तैयार किया गया है। इस प्रकार जिले में कुल 150 नए महिला-शिशु स्वास्थ्य पर आधारित बेड आधुनिक सुविधाओं के साथ सेवा देने के लिए तैयार हैं। वहीं पीएम ने इसे पूर्वांचल और पड़ोसी राज्यों के लिए चिकित्सा का हब बताकर काशी में स्वास्थ्य सेवाओं की महत्ता पर भी प्रकाश डाला।कोरोना काल में प्रदेश ने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़ी। इसी का नतीजा है कि यूपी में हालत संंभलने लगा है। यूपी में सबसे अधिक टेस्टिंग हो रही है। यूपी पूरे देश में सबसे अधिक वैक्सीनेशन का राज्य है। सबको मुफ्त वैक्सीन मिल रही है। गरीब किसान नौजवान को फ्री वैक्सीन लगाई जा रही है। मेडकिल कालेज चार गुना हो चुका है। संंसाधनों में तेजी से इजाफा हो रहा है। बनारस में ही चौदह आक्सीजन प्लांट का लोकार्पण हुआ है। बच्चों के लिए विशेष आक्सीजन और आइसीयू विकसित करने का बीड़ा यूपी सरकार ने उठाया है। कोरोना की स्वास्थ्य सेवाओं का विशेष पैकेज घोषित किया है।
6- काशी से पूर्वांचल की सुगम राह : सड़कों के जाल और पंचक्रोशी मार्ग सुधार से गांवों की स्थिति और पूर्वांचल में भी सुधार आएगा। गोदौलिया में मल्टीलेवर पार्किंग से किचकिच कम होगी। लहरतारा से चौकाघाट तक राहत मिलेगी। जन सुविधाओं का काम पूरा हो जाएगा। यूपी के किसी भी परिवार को परेशान नहीं होना पड़े इसलिए हर घर जल अभियान पर काम हो रहा है। रो रो सेवा और क्रूज बोट का संचालन होने से नदी के रास्ते भी काशी जुड़ी है और इससे पर्यटन में इजाफा होगा और नाविक साथियों को लाभ मिलेगा। डीजल से नावें सीएनसी में हो रही हैं। पर्यावरण और पर्यटन में लाभ होगा खर्च भी कम होगा।
7- सुरक्षा की मजबूत कड़ियां : पीएम ने कहा कि सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम से अपराध पर निगरानी संभव हुई है। यूपी में माफिया और आतंकवाद पर अब कानून का शिकंजा है। बहन बेटियों की सुरक्षा को लेकर मां बाप चिंता में थे वह हालात बदल गया है। बहन बेटियों पर आंख उठाने वाले कानून से बच नहीं पा रहे हैं। यूपी में सरकार आज भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद से नहीं विकास वाद से चल रहा है। आज अपराध में कमी का यूपी को लाभ मिल रहा है। अपराध में कमी आने से कारोबार में गति आई है और आखिरकार इसका लाभ लाभ जनता को मिल रहा है।
8- रोजगार में इजाफा : पीएम ने कहा कि पुरातन वैभव की समृद्धि ज्ञान की गंगा से जुड़ी है। काशी के ज्ञान विज्ञान में विकास निरंतर जरूरी है। आधुनिक शिक्षा केंद्र युवाओं के लिए काशी की भूमिका को और मजबूत करेंगे। सीपैट सेंटर के लिए बधाई देता हूं। दुनिया के बड़े निवेशक आत्मनिर्भर भारत के महायज्ञ से जुड़ रहे हैं। यूपी इसमें अग्रणी होकर उभर रहा है। पहले यूपी में कारोबार मुश्किल था, आज मेक इन इंडिया में यूपी की भूमिका बढ़ी है। सड़क, रेल और हाइवे संपर्क में सुधार से जीवन आसान हो रहा है। कारोबार में भी इससे सहूलियत मिली है। यूपी को चौड़ी और आधुनिक सड़कों का काम तेजी से चल रहा है। डिफेंस कारीडोर, पूर्वांचल, बुंदेलखंड, लिंक या गंगा एक्सप्रेस हो इससे यूपी के विकास को बुलंदी मिलेगी। इन पर गाड़ियां ही नहीं इनके इर्द गिर्द आत्मनिर्भर भारत के लिए औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी बढ़ेंगे। इससे युवाओं को रोजगार का भी अवसर खूब मिलेगा।
9- कृषि को ऊंची उड़ान : पीएम ने कहा कि कृषि आधारित उद्याेगोंं की भूमिका भी अब पूर्वांचल में बढ़ेगी। मंडियों को समृद्ध और विकल्प देना सरकार की प्राथमिकता है। कृषि से जुड़े कारोबार को लेकर काम लगातार चल रहा है। वाराणसी पूर्वांचल पेरिशेबल कार्गो सेंटर, राइस सेंटर, पैकेजिंग सब किसानों को लाभ मिल रहा है। बनारसी लंगड़ा यूरोप से खाड़ी तक मिठास फैला रहा है। क्षेत्र को एग्रो हब बनने में मदद मिलेगी। काशी में फल सब्जी निर्यात से सभी को लाभ मिलेगा। विकास कार्यों की लिस्ट लंबी है जल्दी खत्म नहीं होगा।
10- पर्यावरण संरक्षण की चिंता : गंगा में नौका को डीजल से सीएनजी में बदलने से गंगा में प्रदूषण में कमी के साथ ही कम लागत में अधिक मुनाफे का भी वायदा किया। रुद्राक्ष के ग्रीन रेटिंग और गंगा जल को स्वच्छ बनाने में सरकार की प्रतिबद्धता के साथ ही ऑर्गेनिक खेती को लेकर भी पीएम ने पूर्वांचल के किसानों के साथ ही पर्यावरण की चिंता की है। विदेशों में वाराणसी से लंगड़ा आम और सब्जियों का निर्यात होने को भी पर्यावरण के हित में किए गए कार्यों का परिणाम बताया।
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