PM Narendra Modi In Mann Ki Baat : मां अन्नपूर्णा की प्राचीन मूर्ति को कनाडा से भारत वापस लाना गर्व का पल
PM Narendra Modi during Mann Ki Baat वर्ष 2020 नवंबर माह के आखिरी रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात करते हुए कहा कि कनाडा से वाराणसी चोरी गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति काे वापस लाना गर्व का पल है।
वाराणसी, जेएनएन। नवंबर 2020 के आखिरी रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात की। पीएम ने बताया कि वाराणसी से सौ साल पूर्व चोरी गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति काे कनाडा से वापस लाना गर्व का पल है। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि - 'हर भारतीय यह जानकर गर्व महसूस करेगा कि देवी अन्नपूर्णा की एक प्राचीन मूर्ति को कनाडा से भारत वापस लाया जा रहा है। लगभग 100 साल पहले 1913 में इस मूर्ति को वाराणसी के एक मंदिर से चुराया गया था और देश से बाहर तस्करी की गई थी'।
दरअसल इसी माह 5 -25 नवंबर तक वर्ल्ड हेरिटेज वीक की कनाडा में शुरुआत के दौरान भारतीय मूूूल की एक आर्टिस्ट दिव्या मेहरा की नजर मूर्ति पर पड़ी और उन्होंने इस प्रकरण को उठाया तो कनाडा यह पौराणिक महत्व की मूर्ति भारत को सौंपने को सहर्ष तैयार हो गया। इसे देश में लाने की अब तैयारी की जा रही है। इसी माह मैकेंजी आर्ट गैलरी में रेजिना विश्वविद्यालय के संग्रह से काशी से चोरी गई माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा को अंतरिम राष्ट्रपति और विश्वविद्यालय के उपकुलपति थॉमस चेस ने कनाडा में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को 19 नवंबर को एक सादे समारोह में सौंप भी दिया था।
मन की बात में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार। ‘मन की बात’ की शुरुआत में आज मैं आप सबके साथ एक खुशखबरी साझा करना चाहता हूंं। हर भारतीय को यह जानकर गर्व होगा कि देवी अन्नपूर्णा की एक बहुत पुरानी प्रतिमा कनाड़ा से वापस भारत आ रही है। यह प्रतिमा, लगभग 100 साल पहले वर्ष 1913 के करीब वाराणसी के एक मंदिर से चुराकर, देश से बाहर भेज दी गयी थी।
मैं कनाडा की सरकार और इस पुण्य कार्य को सम्भव बनाने वाले सभी लोगों का इस सहृदयता के लिये आभार प्रकट करता हूंं। माता अन्नपूर्णा का काशी से बहुत ही विशेष संबंध है। अब उनकी प्रतिमा का वापस आना हम सभी के लिए सुखद है। माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा की तरह ही हमारी विरासत की अनेक अनमोल धरोहरें अंतर्राष्ट्रीय गिरोंहों का शिकार होती रही हैं। ये गिरोह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इन्हें बहुत ऊंंची कीमत पर बेचते हैं। अब इन पर सख्ती तो लगायी ही जा रही है इनकी वापसी के लिए भारत ने अपने प्रयास भी बढ़ाए हैं।
ऐसी कोशिशों की वजह से बीते कुछ वर्षों में भारत कई प्रतिमाओं और कलाकृतियों को वापस लाने में सफल रहा है। माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा की वापसी के साथ एक संयोग ये भी जुड़ा है कि कुछ दिन पूर्व ही World Heritage Week मनाया गया था। World Heritage Week में संस्कृति प्रेमियों के लिये पुराने समय में वापस जाने उनके इतिहास के अहम् पड़ावों को पता लगाने का एक शानदार अवसर भी प्रदान करता है।
जागरण से की थी पुष्टि
कनाडा में आयोजित उस समारोह में मैकेंजी ग्लोबल सर्विसेज एजेंसी के प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे। इस बाबत उसी आयोजन में शामिल कनाडा में जन्मींं आर्टिस्ट दिव्या मेहरा ने जागरण से पुष्टि भी की थी कि काशी से चाेरी गई इस मूर्ति को कनाडा ने भारत को सौंप दिया है। काशी से चोरी गई इस मूर्ति के अब वापस काशी में आने की उम्मीद जताई जा रही है।
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