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अचार और मिठाई यूरोप-अमेरिका को भायी, अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय केंद्र व विदेश डाकघर के कारण हो पाया संभव

हमारे यहां के अचार की सुगंध विदेश तक फैलने लगी है मिठाई के कद्रदान भी बढ़े हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 10:57 AM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 05:45 PM (IST)
अचार और मिठाई यूरोप-अमेरिका को भायी, अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय केंद्र व विदेश डाकघर के कारण हो पाया संभव

वाराणसी [कृष्ण बहादुर रावत]। हमारे यहां के अचार की सुगंध विदेश तक फैलने लगी है। मिठाई के कद्रदान भी बढ़े हैं। खासकर यूरोप व अमेरिका में इन दोनों वस्तुओं को स्पीड पोस्ट से भेजने का बढ़ता चलन यही कहता है। यह संभव हो पाया कि भारतीय डाक के अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय केंद्र और विदेश डाकघर की स्थापना से। इसे मुख्य डाकघर कैंट परिसर में खोला गया है। जहां से हर दिन अचार, मिठाई के साथ विभिन्न वस्तुएं विदेश भेजी जा रही हैं। 

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इस केंद्र से आप दुनिया के 90 देशों में 35 किलोग्राम का पार्सल स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज सकते हैं। पांच से नौ दिन के मध्य पार्सल गंतव्य पर पहुंच जाता है। केंद्र पर कार्यरत कर्मचारियों का कहना है कि बनारसी सूखी मिठाई व अचार अमेरिका और यूरोप अधिक भेजी जाती है। दवा में केवल होम्योपैथिक दवाएं ही भेज सकते हैं। इस पार्सल में दवा के साथ बिल और डाक्टर का पर्चा जिसमें रोगी का पूरी विवरण हो, जाता है। कुछ लोग यहां से चावल और दाल भी विदेश बसे अपनों को भेजते हैं। संगीतप्रेमी विदेशी पर्यटक जब वाराणसी से अपने देश जाने लगते हैं तो यहां से बांसुरी और तबला बुक करा देते हैं। जो सही सलामत उन तक पहुंचा दिया जाता है। बनारसी साड़ी के व्यापारी साड़ी के नमूने भेजने के लिए इस सेवा की मदद लेते हैं। पार्सल भेजने के अलावा आप इस केंद्र से रजिस्ट्री पत्र विदेश भेज सकते हैं। 

कस्टम अधिकारी करते हैं निरीक्षण 

इस केंद्र पर कस्टम विभाग के अधिकारी विदेश भेजने वाले सामानों की जांच करते हैं। उनकी मुहर लग जाने के बाद सामान सीधा गंतव्य पर भेजा दिया जाता है। पैंकिंग सुविधा केंद्र पर दी जाती है। पहले दिल्ली में कस्टम वाले सामान का निरीक्षण करते थे। ऐसे में सामान पहुंचने में देर होती थी। 

महीने में 100 से अधिक पार्सल जाते हैं विदेश 

इस केंद्र से महीने में लगभग 100 के करीब पार्सल विदेश भेजे जाते हैं। भदोही के कालीन निर्माता जिस दिन से इस केंद्र का प्रयोग अच्छी तरह से करने लगेंगे तो यह संख्या काफी बढ़ सकती है। 


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