संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा में शारीरिक दूरी का पालन नहीं, वाराणसी के कॉलेजों में अभ्यर्थियों की लगी कतारें
वाराणसी में बीएड परीक्षा की दोनों पाली के पहले और बाद में अभ्यर्थियों की काफी भीड़ देखी गई। छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने के लिए एक लंबी कतार से गुजरना पड़ा।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू में बीएड परीक्षा की दोनों पाली के पहले और बाद में अभ्यर्थियों की काफी भीड़ देखी गई। छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने के लिए एक लंबी कतार से गुजरना पड़ा। छात्रों की कतार भी एकदम सघन थी, जहां सभी परीक्षार्थी एक-दूसरे से काफी सटकर खड़े थे। इस दौरान शारीरिक दूरी का खुला उल्लंघन देखा गया। पूरे शहर के अंदर 109 केंद्रों में से ज्यादातर की स्थिति जस की तस बनी रही।
परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों की काफी भी सड़कों पर देखी गई। लंका से लेकर विद्यापीठ और लहुराबीर से लेकर मैदागिन तक गाडिय़ों का तांता लगा रहा। इसको लेकर बीएचयू के अंतेवासियों में काफी रोष भी देखा गया और उन्होंने इसकी जमकर खिंचाई सोशल मीडिया पर की। जहां-तहां परीक्षार्थी देर तक अपनी बारी के इंतजार में घंटों खड़े रहे वहीं प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सौ गार्ड भी इन भीड़ में कहीं गायब दिखे। इस तरह देखा गया कि कोरोना को लेकर शारीरिक दूरी के पालन कराने की प्रशासन की सभी तैयारी धरी-की-धरी रह गई।
कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि वह अब अपने घर में चौदह दिन तक क्वारंटाइन रहेंगे, क्योंकि हो सकता है उनसे संक्रमण उनके घर के सदस्यों तक पहुंच जाए। हालांकि परीक्षा हॉल के अंदर सभी मानकों का पालन किया गया और मास्क व सैनिटाइजर सब कुछ चेक कर ही प्रवेश दिया गया। वहीं बीएचयू के महिला महाविद्यालय वच कुछ अन्य कॉलेजों में जब अभ्यर्थी निकल रहे थे तब खुद से शारीरिक दूरी का पूरा ध्यान रखे हुए थे और एक-दूसरे के बीच की दूरी दो गज से ज्यादा की थी। इसके अलावा परीेक्षा हॉल को दो बार सैनिटाइज किया गया।
परीक्षा आयोजक संस्था लखनऊ विश्वविद्यालय ने जनपद में 39600 अभ्यार्थियों के लिए दो नोडल केंद्र बनाया था। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ नोडल केंद्र को 64 व बीएचयू नोडल केंंद्र से 45 केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस प्रकार जनपद में 109 केंद्र बनाए गए थे। सभी केंद्रों पर सकुशल परीक्षा सपन्न होने का दावा किया गया है। परीक्षा में करीब 80 फीसद परीक्षार्थी उपस्थित रहें। विभिन्न केंद्रों पर करीब 20 फीसद अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे।
दूसरे पाली में बड़ गए 13 अभ्यर्थी
काशी विद्यापीठ नोडल केंद्र 64 सेंटरों पर 23400 अभ्यर्थी परीक्षा में पंजीकृत थे। प्रथम पाली में 18639 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। वहीं द्वितीय पाली की परीक्षा में 13 परीक्षार्थी बड़ गए। दूसरे पाली में 18652 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। केंद्रों पर देर में पहुंचने के कारण इन परीक्षार्थियों की प्रथम पाली की परीक्षा छूट गई थी। कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने बताया कि प्रथम पाली में 4761 व द्वितीय पाली की परीक्षा में 4748 अभ्यर्थी परीक्षा में गैरहाजिर रहे।
परीक्षा छूटने के बाद लगी जाम
द्वितीय पाली की परीक्षा छूटने के बाद काशी विद्यापीठ, लंका, भोजूबीर, मैदागिन सहित कई केंद्रों के आसपास जाम की स्थिति भी रही। हालांकि दुकानें व सामान्य यातायात बंद होने के कारण परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों के जाते ही थोड़ी ही देर में स्थिति सामान्य हो गई। सुबह बारिश ने भी अभ्यर्थियों और अभिभावकों को परेशान किया।
बंद रही जलपान की दुकानें
बीएड प्रवेश परीक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने केंद्रों के आसपास जलपान की दुकानें खुली रखने का निर्देश दिया था। जानकारी के अभाव में कई केंद्रों के आसपास जलपान की दुकानें भी बंद रही। वहीं सुबह बारिश हो जाने के कारण भी केंद्रों तक पहुंचने में कई अभ्यर्थी भींग गए थे।
सामान्य ज्ञान तो किसी का रीजनिंग ने उलझाया
राज्य स्तरीय संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा में ज्यादातर परीक्षार्थियों को सामान्य ज्ञान व रीजङ्क्षनग ने उलझाया। सामान्य ज्ञान का विकल्प कुछ इस प्रकार से दिया गया था कि कई परीक्षार्थी भ्रम में सवाल छोड़ दिए। माइनस मार्किंग होने के कारण परीक्षार्थियों ने दुविधा की स्थिति होने पर सवाल छोड़ देना बेहतर समझा। वहीं कुछ परीक्षार्थियों को मैथ व तो कुछ को विज्ञान से प्रश्न कठिन लगे। वैसे ज्यादातर परीक्षार्थियों ने दोनों पालियों का पेपर सामान्य लगा।
बीएड प्रवेश परीक्षा रविवार को दो पालियों में हुई। प्रथम पाली सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक व द्वितीय पाली की परीक्षा दोपहर दो से शाम पांच बजे तक हुई। पहली पाली में सौ अंक में 50 अंक का सामान्य ज्ञान और 50 अंक में ङ्क्षहदी व अंग्रेजी भाषा में से कोई एक भाषा के सवाल हल करने थे। वहीं दूसरी पाली में सौ अंकों की परीक्षा में 50 अंक के रीजङ्क्षनग के सवाल और 50 अंक के सवाल अभ्यर्थी के विषय से जुड़े थे। इसमें कला, विज्ञान, वाणिज्य व कृषि वर्ग के अलग-अलग सवाल थे। अभ्यर्थियों ने बताया कि पहली पाली में सामान्य ज्ञान व भाषा के भी कुछ सवाल कठिन आए थे। वहीं दूसरी पाली में अभ्यर्थियों को रीजङ्क्षनग के सवाल कठिन लगे।
संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा पर एसटीएफ व एलआइयू का पहरा
राज्य स्तरीय संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा नौ अगस्त को दो पालियों में होगी। परीक्षा के लिए जिले में 109 केंद्र बनाए गए हैं जहां 3917 अभ्यर्थी अपनी किस्मत आजमाएंगे। परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के साथ-साथ कोविड-19 को लेकर भी शासन-प्रशासन सतर्क हैं। जहां परीक्षा पर एसटीएफ व एलआइयू की भी नजर रहेगी। परीक्षा ड्यूटी में लगे अध्यापक व कर्मचारी तथा परीक्षार्थियों को परिचय पत्र व प्रवेश पत्र के आधार पर आने-जाने की अनुमति रही। वहीं परीक्षा के मद्देनजर पब्लिक, निजी ट्रांसपोर्ट (टैम्पो, टैक्सी, ओला, उबर, प्राइवेट एवं सरकारी बसें) यथावत रूप से चलती रहेंगी। इसके साथ ही रोडवेज की अतिरिक्त बसों का भी इंतजाम किया गया।