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57 फीसद से आगे नहीं बढ़ा वाराणसी का फुलवरिया फोरलेन, दिसंबर 2021 तक पीडब्ल्यूडी को करना था कार्य पूरा

वाराणसी के जिस फुलवरिया फोरलेन की परिकल्पना के दौरान यह उम्मीद जताई जा रही थी कि परियोजना पूरी होने के बाद शहर की ट्रैफिक फर्राटा भरने लगेगी उसी परियोजना के निर्माण की चाल कछुआ से भी कम हो गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 06:10 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 06:10 AM (IST)
57 फीसद से आगे नहीं बढ़ा वाराणसी का फुलवरिया फोरलेन, दिसंबर 2021 तक पीडब्ल्यूडी को करना था कार्य पूरा
57 फीसद से आगे नहीं बढ़ा वाराणसी का फुलवरिया फोरलेन

जागरण संवाददाता, वाराणसी : जिस फुलवरिया फोरलेन की परिकल्पना के दौरान यह उम्मीद जताई जा रही थी कि परियोजना पूरी होने के बाद शहर की ट्रैफिक फर्राटा भरने लगेगी, उसी परियोजना के निर्माण की चाल कछुआ से भी कम हो गई है। अब तक 57 फीसद से आगे परियोजना का निर्माण नहीं बढ़ सका है जबकि पीडब्ल्यूडी के हिस्से का कार्य दिसंबर 2021 तक पूरा कर लेना था। बेहद धीमी गति से कार्य चल रहा है। मोटी-मोटी गिट्टियां बिछाकर छोड़ दिया गया है। बुधवार को सिर्फ सेंट्रल जेल के पास ही कार्य होता दिखाई दिया।

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फोरलेन के किनारे का नाला व बीच में डिवाइडर का कार्य किया जा रहा था। इसमें भी चंद मजदूर ही कार्य करते नजर आए। न तो वरुणा पुल पर कोई निर्माण किया जा रहा था और न ही आरओबी निर्माण में ही हाथ लगा था। तीन वर्ष पूर्व जब फुलवरिया फोरलेन का कार्य प्रांरभ होने को था तो पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने तीन फेज में कार्य पूरा होने का दावा किया था। अंग्रेजी के वाई आकार में बन रहे फुलवरिया फोरलेन के पहले चरण में शिवपुर पुरानी चुंगी के पास से जेपी मेहता तक के कार्य को एक वर्ष में पूरा कर लेने का दावा किया जा रहा था लेकिन इस कार्य को भी अब तक पूरा नहीं किया जा सका।

सेंट्रल जेल की दीवार से सटे मंदिर का विस्थापन शेष है तो पुरानी चुंगी के पास अवैध निर्माण को तोड़ा जाना है। इसमें जहां वीडीए के अभियंताओं के साथ ही भाजपा के नेताओं का मकान आड़े आ रहा है तो वहीं, अफसरों की उदासीनता व हीलाहवाली भी परियोजना को गति देने में गतिरोध बना है। वरुणा नदी पर पुल निर्माण में भी सेतु निगम की तत्परता नहीं दिख रही है। दोनों आरओबी में गेट नंबर पांच पर संपर्क मार्ग की ढलाई तो हो गई है लेकिन ट्रैक पर पुल निर्माण नहीं हो सका है। वहीं, गेट नंबर चार पर आरओबी का संपर्क मार्ग निर्माण ही अब तक पूरा नहीं हो सका है। परियोजना के विकास कार्य से इलाके में हालात नारकीय बने हुए हैं। कई घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। इस बाबत पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता सुग्रीव राम से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट जानकारी देने में असमर्थता जताई। कहा कि अभी मीटिंग में हैं। पूरी जानकारी के लिए कार्यालय में आना होगा।

एक नजर में परियोजना

-05 किमी शिवपुर बाइपास से लहरतारा तक फोरलेन निर्माण

-468 करोड़ रुपये की लागत

-02 आरओबी निर्माण

-01 पुल वरुणा नदी पर प्रस्तावित


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