वाराणसी के काशी विद्यापीठ ब्लाक में कोविड का टीका लगाने गई टीम को लोगों ने लौटाया
लोहता में भी टीकाकरण से इनकार कर रहे 60 लोगों का टीकाकरण रैपिड रिस्पांस टीम ने किया। तो वहीं दूसरी ओर कोटवां में टीकाकरण कराने से इनकार कर रहे 40 लोगों को समझाने में टीम विफल रही जिसके चलते इन लोगों का टीकाकरण नहीं हो सका।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य टीम को कोरौता में सफलता मिली है तो कोटवां में विफलता मिली है। लोगों ने टीम को वैक्सीन नहीं लगवाने की बात कहते हुए वापस कर दिया। इस बात की जानकारी अधिकारियों को मिली तो अब वह लोगों को समझाने के लिए आगे आएंगे।
कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने से बारबार इनकार करने वाले स्थानीय विकास खंड कोरौता गांव के धरकार बस्ती के 20 लोगों का टीकाकरण करने में मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से गयी रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) को ग्राम पंचायत सदस्य विजय मौर्य के सहयोग से सफलता मिल गयी। टीम का नेतृत्व करने वाले स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी विनोद सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय एएनएम व आशा कार्यकर्ता के कई प्रयास के बावजूद भी उक्त लोग टीका लगवाने से इनकार कर रहे थे काफी समझाने के बाद वह टीकाकरण के लिए राजी हुए 20 लोगों को कोविशील्ड का पहला डोज लगाया गया। टीम में चीफ फार्मसिस्ट आइ ए सिद्दिकी, रवि कश्यप आदि थे।
लोहता में भी टीकाकरण से इनकार कर रहे 60 लोगों का टीकाकरण रैपिड रिस्पांस टीम ने किया। तो वहीं दूसरी ओर कोटवां में टीकाकरण कराने से इनकार कर रहे 40 लोगों को समझाने में टीम विफल रही जिसके चलते इन लोगों का टीकाकरण नहीं हो सका। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. अमित सिंह का कहना था कि टीकाकरण से इनकार करने वाले लोगों को बीडीओ की मदद से समझा बुझाकर टीका लगाया जाएगा।
टीका न लगवाने वालों में कई गांव शामिल हैं जिनमें- स्थानीय विकास खंड के सरहरी, मनोरथपुर, छितौनी, डाफी, नरोत्तमपुर, नासिरपुर, नुआंव, अवलेशपुर, ककरमत्ता, खनांव, मानसनगर, अमराखैराचक समेत कई गांवों के कुछ ऐसे लोगों है जो क्षेत्रीय स्वास्थ्य कर्मियों के समझाने के बावजूद भी कोविड से बचाव के लिए टीका नहीं लगवा रहें है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि जल्द ही रणनीति बनाकर अन्य विभागों के सहयोग से इन लोगों को टीका लगवाया जाएगा।