अगस्त क्रांति दिवस पर अमर बलिदानी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद कर लोगाें ने किया नमन
अगस्त क्रांति दिवस पर वाराणसी में अमर बलिदानी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद कर लोगाें ने नमन किया।
वाराणसी, जेएनएन। अगस्त क्रांति दिवस पर इंग्लिशिया लाइन स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउंडेशन की ओर से आयोजित वेबीनार में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि मुंबई में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में उस समय नया मोड़ आ गया जब स्वतंत्रता आंदोलन उसके उदारवादी चेहरे के रूप में जाने जाने वाले महात्मा गांधी ने अंग्रेजी हुकूमत पर सीधा हमला बोलते हुए 8 अगस्त 1942 की "अंग्रेजों भारत छोड़ो " का नारा देते हुए देशवासियों का आवाहन किया और देश के सभी लोगों को "करो या मरो " का महामंत्र देकर आजादी के सब कुछ अर्पित करने को अभिप्रेरित किया ।
बापू के इस महामंत्र को आत्मसात कर देशवासियों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ महा जन विद्रोह किया और ब्रिटिश साम्राज्य की चूले हिलाकर रख दिया। भारत के स्वाधीनता संग्राम में अगस्त का महीना बहुत पावन है , आजादी के इस महा संग्राम में स्वतंत्रता की बलिवेदी पर अपना प्राण न्योछावर करने वाले सभी अमर बलिदानी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को आज हम लोग बार-बार नमन करते हैं, आज के दिन हम देशवासियों से और विशेषकर कांग्रेस जनों से यह आग्रह और उम्मीद करते हैं कि जिस महान त्याग बलिदान को देकर हमारे स्वातंत्र वीर पूर्वजों ने हमें यह बहुमूल्य आजादी दिलाया है आज उस पर खतरा मंडरा रहा है अतः हम सबको उसके मूल्यों का क्षरण रोकने के लिए निर्भय और निडर होकर निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए ।
गोष्ठी के अन्त में तंय किया गया कि ऐसी गोष्ठियों का आगामी 14 अगस्त तक लगातार आयोजन करके नई पीढ़ी को स्वाधीनता संग्राम के विभिन्न ऐतिहासिक पहलुओं से अबगत कराया जायेगा ।ईस वर्चुअल परिचर्चा का सफल संचालन युवा नेता और आई टी विशेषज्ञ श्री पुनीत मिश्रा ने और संयोजन उत्तर प्रदेश कांग्रेस आरटीआई सेल कै पूर्व चेयरमैन बैजनाथ सिंह ने किया ।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष पंडित विजय शंकर पांडे की अध्यक्षता में हुए इस वर्चुअल परि चर्चा में संकट मोचन मंदिर के महंत प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र प्रमुख वक्ता रहे विशिष्ट वक्ता राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो सतीश कुमार राय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ पत्रकारिता विभाग के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार उपाध्याय और राकेश चन्द्र शर्मा सहित परिचर्चा में बैजनाथ सिंह, विजयशंकर मेहता, गणेश शंकर पाण्डेय, शैलेंद्र सिंह, भूपेंद्र प्रताप सिंह, प्रमोद श्रीवास्तव, अशोक कुमार पाण्डेय, पुनीत मिश्रा, विनोद कुमार सिंह कल्लू, शाहिद सलीम, सुभाष राम, मोहम्मद अरशद, शुभम राय, पिन्टू शेख आदि ने भाग लिया ।