जलती चिताएं छोड़कर भागे लोग, हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह में शामिल होने आए लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
भेलूपुर में दिनदहाड़े लाठी-डंडे से लैस हमलावरों ने सोमवार की रात शव यात्रा में शामिल होने आए लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
वाराणसी, जेएनएन। भेलूपुर में दिनदहाड़े लाठी-डंडे से लैस हमलावरों ने सोमवार की रात शव यात्रा में शामिल होने आए लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। स्थानीय लोगों ने हस्तक्षेप किया तो उनपर भी हमला बोल दिया। मारपीट के चलते जलती चिताएं छोड़कर लोग भाग गए। क्षेत्रीय लोगों की बढ़ती भीड़ और खुद को घिरता देखकर हमलावर धमकी देते हुए भाग निकले। घाट पर अफरातफरी का माहौल रहा। घाट पर विदेशी नागरिक भी मौजूद रहा। मारपीट के चलते विदेशी सैलानी भी दहशत में दिखे। घाट पर बवाल चलता रहा लेकिन लोकल पुलिस का कहीं पता नहीं था। पुलिस तब पहुंची जब बवाल शांत हो चुका था। पुलिस ने घायलों की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया है।
जमालपुर, मीरजापुर निवासी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि गांव से एक दाहसंस्कार में शामिल होने आए थे। दाहसंस्कार चल ही रहा था कि जमालपुर के ग्राम प्रधान रामललित यादव का पुत्र सोना यादव अपने 20-25 साथियों के साथ घाट पर पहुंचा। सुशील सिंह का आरोप था कि चुनावी विवाद को लेकर प्रधान पुत्र ने हमला किया। दाह संस्कार में शामिल गांव के लोगों को उन लोगों ने लाठी - डंडे व लात-घूसों से मारना शुरू कर दिया। चीख-पुकार के बीच घाट पर अफरातफरी मच गई। इस दौरान आसपास मौजूद क्षेत्रीय लोग झगड़ा छुड़ाने पहुंचे तो उन लोगों की भी पिटाई कर दी। स्थानीय नागरिक अशोक, जगदीश नारायण सिंह को गंभीर चोटें आई। बवाल इस कदर बढ़ा कि घाट पर अन्य दाह संस्कार में शामिल होने आए लोग जलती चिताएं छोड़कर भाग खड़े हुए। स्थानीय लोगों के मार खाने की जानकारी जैसे ही आसपास के लोगों को हुई, भारी संख्या में लोग जुट गए। मीरजापुर से आए दबंगों को घेर लिया और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। बाइक तोड़ दी। मीरजापुर से आए मनबढ़ देख लेने की धमकी देते किसी तरह अपनी जान बचाते हुए भाग खड़े हुए। मारपीट में घायल लोगों को ट्रामा सेंटर बीएचयू में भर्ती कराया गया।
पिटते रहे लोग, नदारद थी पुलिस
बवाल चलता रहा और लोकल पुलिस का कहीं पता नहीं था। घाट पर शाम को काफी संख्या में विदेशी सैलानी भी मौजूद थे। आए दिन सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर खुफिया तंत्र इनपुट देता है, बावजूद इसके घाटों पर गश्त नहीं हो रही।