पासपोर्ट कार्यालय भी हो गया पेपरलेस, अब टोकन भी नहीं मिलेगा, मोबाइल पर सीधे आएगी जानकारी
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट कार्यालयों को और डिजीटल बनाने की दिशा में एक और कदम उठा दिया है। कागज का इस्तेमाल बंद हो जाने से लाखों रुपये का राजस्व बचेगा।
वाराणसी, जेएनएन। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट कार्यालयों को और भी डिजिटल बनाने की दिशा में एक और कदम उठाया है। कागज का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद हो जाने से लाखों रुपये का विभाग का अब राजस्व भी बचेगा।
बनारस स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र पर पूूर्वांचल के काफी लोग पासपोर्ट बनवाने आते हैं। प्रतिदिन इस पासपोर्ट कार्यालय में 800 से 900 पासपोर्ट आवेदन पत्रों का निस्तरण किया जाता है। अभी तक यह होता था कि जब अब निश्चित तिथि पर पासपोर्ट सेवा केंद्र पर जाते थे, तो वह आपको एक टोकन दिया जाता था जिस पर काउंटर नंबर लिखा होता था और सामने लॉबी में लगे डिस्पले बोर्ड पर यह दर्शया जाता था कि अब इस टोकन नंबर वाला आगे जा सकता है।
अब होगा कि आवेदन कर्ता के मोबाइल पर संदेश आए कि आपका टोकन नंबर इतना है और उसको आप डिस्पले बोर्ड पर देख सकते हैं। वहीं अभी तक पासपोर्ट बनवाने के लिए अगर उसी जुड़ी जानकारी एसएमएस के द्वारा पाने के लिए कुछ पैसा जमा करना पड़ता था और उसकी रसीद मिलती थी। अब आप जैसे ही एसएमएस सुविधा के लिए पैसा जमा करेंगे उसकी रसीद मोबाइल फोन पर आ जाएगी।