पीडीडीयू मंडल में 160 किलोमीटर की गति से दौड़ेंगी यात्री ट्रेनें, दो साल में लक्ष्य पूरा करेगा रेल मंडल
चंदौली में भारतीय रेलवे अब ट्रेनों की गति को और बढ़ाने का प्रयास कर रही है। प्रयोग के तौर पर अब पीडीडीयू जंक्शन-गया रेल रूट पर आने वाले 75 लेबल क्रासिंग पर अंडरपास और ओवरब्रिज बनने के साथ ही दुर्घटना पर ब्रेक लग जाएगा।
चंदौली, जेएनएन। भारतीय रेलवे अब ट्रेनों की गति को और बढ़ाने का प्रयास कर रही है। प्रयोग के तौर पर अब पीडीडीयू जंक्शन-गया रेल रूट पर आने वाले 75 लेबल क्रासिंग पर अंडरपास और ओवरब्रिज बनने के साथ ही दुर्घटना पर ब्रेक लग जाएगा। ट्रेनों की तीव्र गति को लेकर ईसीआर का पहला मंडल बनेगा पीडीडीयू को बनाने की कवायद शुरू की गई है। वहीं जीएम और डीआरएम ने बुयू मंडल तक किया विंडो निरीक्षण, तैयार किया गया परिचालन का खाका खींचा।
अपनी काबिलियत के दम पर भारतीय रेल में ढंका बजाने वाला पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल एक और इतिहास रचने की तैयारी शुरू कर दिया है। 130 किमी से चलने वाली यात्री ट्रेनों को 160 की स्पीड में मंडल चलाएगा। इस लक्ष्य को पाने के लिए कई बदलाव भी देखने को मिलेगा। पीडीडीयू जंक्शन-गया रेल रूट पर आने वाले 75 लेबल क्रासिंग पर अंडरपास व ओवरब्रिज बनाया जाएगा ताकि दुर्घटनाओं पर ब्रेक लग सके और तीव्र गति से ट्रेनों का परिचालन हो। डीएफसीसी व कांट्रैक्टर को इस काम में लगाया जाएगा।
दो साल में मंडल ने इस मुकाम को हासिल करने का लक्ष्य बना लिया है। ट्रेनों के तीव्र गति को लेकर ईसीआर का पहला मंडल पीडीडीयू बनेगा। बुधवार को हाजीपुर जोन के महाप्रबंधक एलसी त्रिवेदी व डीआरएम राजेश कुमार पांडेय ने गया से पीडीडीयू मंडल तक शेरा यान से निरीक्षण किया। अधिकारीद्वय ने परिचालन का खाका तैयार किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल में पीडीडीयू जंक्शन से गया होते हुए धनबाद तक अधिक ट्रेनें 130 किमी की रफ्तार से चल रही हैं।
अब पीडीडीयू-गया रेल रूट पर 160 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेनें को चलाने पर जोर दिया जा रहा है। सुबह डीआरएम के साथ अधिकारियों की टीम सुबह सात बजे गया रवाना हुई। दोपहर 12.24 बजे महाप्रबंधक व डीआरएम सहित शाखाधिकारी शेरा यान से विंडो निरीक्षण करने निकले। रूट पर आवश्यक बदलाव, सिग्नल प्रणाली सुधार सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया और मिल रही खामियों को दूर करने का निर्देश अधीनस्थों को जीएम ने दिया। 2.30 बजे जीएम का विशेष सैलून जंक्शन पर पहुंचा। जीएम का कहना था कि यात्रियों की सुविधा के लिए हर प्रयास किए जा रहे हैं।
रेल ट्रैक पर नहीं रहेगी सड़क : रेल पटरियों के बीच क्रासिंग वाली जगह पर सुगम यातायात के लिए सड़क बना दी जाती है। लेकिन, अब रेलवे बोर्ड ने निर्णय लिया है कि बीच क्रासिंग को ओवरब्रिज व अंडरपास बनाकर बंद किया जाएगा। ऐसा इसलिए होगा कि रेल पटरी पर सड़क ना रहे और वाहन बीच से न गुजरें। इस दिशा में मंडल शीघ्र ही काम शुरू करेगा।
214 किलोमीटर तक घनी आबादी : गया-पीडीडीयू जंक्शन तक लगभग 214 किलोमीटर के दायरे में घनी आबादी के बीच सिग्नल बनाया जाएगा। घनी आबादी के पास से गुजरते समय ट्रेनों की गति धीमी हो जाती है लेकिन 160 किमी ट्रेनों की रफ्तार में ब्रेक न लगे, इसीलिए घनी आबादी को चिह्नित किया जाने लगा है। यहां अत्याधुनिक सिग्नल प्रणाली बनाई जाएगी ताकि ट्रेन बिना रूकेे स्पीड से चल सके।