Move to Jagran APP

पंचायत चुनाव 2021 : बलिया में मतदान की तैयारियों ने पकड़ा जोर, कई मतदेय स्थल इधर से उधर

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। मतदाता सूची में आई आपत्तियों के निस्तारण में जहां तेजी आ गई है वहीं मतदेय स्थलों के स्थान भी बदले जा रहे हैं। सोमवार को बैरिया में 17 मतदेय स्थल नए स्थानों पर स्थानांतरित किए गए।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Wed, 03 Feb 2021 06:50 AM (IST)Updated: Wed, 03 Feb 2021 06:50 AM (IST)
पंचायत चुनाव 2021 : बलिया में मतदान की तैयारियों ने पकड़ा जोर, कई मतदेय स्थल इधर से उधर
आपत्तियों के निस्तारण में जहां तेजी आ गई है वहीं मतदेय स्थलों के स्थान भी बदले जा रहे हैं।

बलिया, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। मतदाता सूची में आई आपत्तियों के निस्तारण में जहां तेजी आ गई है वहीं मतदेय स्थलों के स्थान भी बदले जा रहे हैं। सोमवार को बैरिया में 17 मतदेय स्थल नए स्थानों पर स्थानांतरित किए गए।  इस बदलाव से जहां कुछ लोग परेशान दिखे वहीं  कुछ ने इस निर्णय पर हर्ष व्यक्त किया।  मतदान केंद्र संख्या 117 के बूथ संख्या 64 का मतदेव स्थल जूनियर हाईस्कूल सोनकी भाग से प्राथमिक विद्यालय का काकन टोला स्थानांतरित किया गया है, जहां वार्ड संख्या आठ, नौ, दस के मतदाता मतदान करेंगे।

loksabha election banner

इसी क्रम में अधसिझुआ के प्राथमिक पाठशाला का बूथ संख्या 58 गुमानी के डेरा के प्राथमिक विद्यालय पर स्थानांतरित किया गया है, जहां वार्ड संख्या 1 से 6 तक के मतदाता मतदान करेंगे। गंगा में विलीन केहरपुर के मतदान केंद्र संख्या 56 के बूथ संख्या 188, 189,, 190 191 को लालकृष्ण अकादमी नई बस्ती में स्थानांतरित किया गया है। पूरा ग्राम पंचायत यहीं मतदान करेगा। उधर इब्राहिमाबाद ऊपरवार के मतदान केंद्र संख्या 31 को प्राथमिक विद्यालय नरहरपुर  जूनियर हाईस्कूल फकरु टोला स्थानांतरित कर दिया गया है। दतहा के एक बूथ स्थानांतरित करने के लिए रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को उपजिलाधिकारी बैरिया की ओर से प्रेषित की गई थी लेकिन कागजी कोरम पूरा न  होने के कारण वह मतदान केंद्र स्थानांतरित नहीं हो सका है।

उप जिला अधिकारी प्रशांत कुमार नायक ने बताया कि लोगों को सुविधाजनक तरीके से मतदान का अवसर मिले ,यह सोच कर मतदान केंद्र स्थानांतरित किए गए हैं।  कई लोगों का आरोप है कि कुछ दबंग अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर मतदान केंद्रों का स्थानांतरण कराए हैं जिससे बूथ कैप्चर की आशंका बलवती हो गई है।

 ....तो बिहार के मतदाता भी करेगें यूपी मे मतदान

ग्रामीणों के लाख प्रयास के बावजूद बिहार के मतदाताओं को उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची से नहीं निकाला जा सका है। उदाहरण के लिए विकासखंड मुरली छपरा के ग्राम पंचायत खवासपुर में भोजपुर जनपद के ग्राम पंचायत खवासपुर के सैकड़ो मतदाताओं का नाम दर्ज है। ऐसे लोग दोनों राज्यों  के मतदान में भाग ले सकते हैं। उनका एक परिचय पत्र बिहार का है तो दूसरा उत्तर प्रदेश का । 

अधिकांश लोगों ने दोनों जगह का मतदाता पहचान पत्र प्राप्त कर लिया है। फलस्वरुप वह बिना रुकावट के दोनों राज्यों में मतदान करते हैं। प्रशासन चाह कर भी नहीं रोक पा रहा है। ठीक ऐसी ही स्थिति गोपाल नगर की है,जहां घाघरा उस पार सारण जनपद अंतर्गत फुलवरिया डुमाई गढ़ में बसे दर्जनों लोग गोपाल नगर में आकर मतदान करते हैं। 

इनके यहां भी दोनों प्रांतों का मतदाता पहचान पत्र मौजूद है। एक जाति विशेष के होने के कारण सपा के राज में इन्हें शासन का वरदहस्त प्राप्त था, किंतु भाजपा राज में भी ऐसे लोगों को मतदाता सूची से नहीं निकाला जा सका है। यह विषय क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले पर उप जिलाधिकारी प्रशांत कुमार नायक का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में है। जांच करवा रहा हूं। इसके बाद बिहार सरकार से समन्वय स्थापित कर  समस्या का समाधान किया जाएगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.