Panchayat Election 2021 : आरक्षण सूची का प्रकाशन आज, 26 मार्च को फाइनल सूची होगी प्रकाशित
त्रिस्तरीय पंचातय चुनाव को लेकर ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत सदस्य ब्लाक प्रमुख जिला पंचातय व क्षेत्र पंचायत सदस्य की आरक्षण सूची शनिवार को प्रकाशित होगी। नए शासनादेश के क्रम में आलेख्य प्रकाशन की तैयारी पूरी की जा चुकी है।
वाराणसी, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचातय चुनाव को लेकर ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, जिला पंचातय व क्षेत्र पंचायत सदस्य की आरक्षण सूची शनिवार को प्रकाशित होगी। नए शासनादेश के क्रम में आलेख्य प्रकाशन की तैयारी पूरी की जा चुकी है। पब्लिक 23 मार्च तक आरक्षण सूची को लेकर दावा आपत्ति दे सकती है। निस्तारण के बाद 26 मार्च को इसका अंतिम प्रकाशन होगा।
जिला पंचायत राज अधिकारी शाश्वत आनंद सिंह ने कहा कि आलेख्य प्रकाशन की तैयारी पूरी है। ब्लाक प्रमुख समेत सभी पदों का आरक्षण सूची प्रकाशित होगी। जिले में 694 ग्राम प्रधान, आठ ब्लाक प्रमुख, 40 जिला पंचायत सदस्य, 1007 क्षेत्र पंचायत सदस्य व 8988 ग्राम पंचायत सदस्यों का आरक्षण फाइनल होगा।
चुनाव ड्यूटी से रखें मुक्त, पांच माह से नहीं मिला मानदेय
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी नहीं हुई। न ही कर्मचारियों की तैनाती की प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन चुनाव ड्यूटी से मुक्ति की आवाज उठने लगी है। इसी क्रम में जल निगम के कर्मचारियों की ओर से जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा गया है कि पांच माह से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ। इसलिए चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखा जाए।
जल निगम के कर्मचारियों ने कहा है कि शासन प्रशासन को संज्ञान में देने के लिए पिछले दिनों मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री व शासन के आला अफसरों को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। मानदेय न मिलने के कारण कर्मचारी मानसिक रूप से टूटते जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में चुनाव में कार्य कर पाना संभव नहीं होगा।
अफसर भी दौड़ा रहे जुगाड़ गाड़ी
प्रभारी अधिकारी के अलावा आरओ व एआरओ की तैनाती हुई है। दर्जनभर अधिकारी चुनाव ड्यूटी से मुक्ति के लिए आवेदन दिए हैं। किसी ने पत्नी की बीमारी तो किसी ने बच्चे, मां, पिता आदि की बीमारी का हवाला दिया है। निर्वाचन कार्यालय इसको लेकर परेशान है। विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि जब अधिकारी चुनाव नहीं करना चाहेंगे तो काॢमकों से ड्यूटी कैसे कराई जाएगी। अलबत्ता, सभी आवेदन डीएम के टेबल पर भेजने की तैयारी है। दूसरी तरफ ड्यूटी से नाम काटने के लिए कुछ लोग शासन के अधिकारी तो कुछ जनप्रतिनिधि को भी हथियार बना रहे हैं। दूसरी तरफ चुनाव में डयूटी न लगे इसके लिए भी बहुतायत विभागीय अधिकारी व कर्मचारी जुगाड़ लगा रहे हैं। तमाम कारण दिखाते हुए सिफारिश कर रहे हैं कि चुनाव में डयूटी न लगाई जाए।