वाराणसी कैंट स्टेशन से ऑक्सीजन एक्सप्रेस-2 बोकारो हुई रवाना, फ्यूलिंग के लिए भेजे गए चार टैंकर
रेल अफसरों के अनुसार यह खाली रैक ऑक्सीजन लेकर रविवार की देर रात तक वाराणसी पहुंचेगी। बताया कि लखनऊ से वाराणसी के रास्ते ऑक्सीजन एक्सप्रेस-3 भी चलाने की योजना बनाई जा रही है। पहली खेप में खाली हुए टैंकरों को जोड़कर यह ट्रेन चलाई जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन। ऑक्सीजन एक्सप्रेस-1 के सफलतापूर्वक संचालन के बाद शनिवार को दूसरा फेरा भी झारखंड स्थित बोकारो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के लिए भेज दिया गया। लखनऊ से सुबह 5.30 बजे प्रस्थान हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस-2 चार खाली टैंकर के साथ दिन में 11.50 बजे कैंट स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) के प्लेटफार्म नंबर पांच पर पहुंची।
यहां रेलवे विद्युत विभाग और यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों ने प्रारंभिक अनुरक्षण कार्य के बाद ट्रेन को रवाना किया। रेल अफसरों के अनुसार यह खाली रैक ऑक्सीजन लेकर रविवार की देर रात तक वाराणसी पहुंचेगी। बताया कि लखनऊ से वाराणसी के रास्ते ऑक्सीजन एक्सप्रेस-3 भी चलाने की योजना बनाई जा रही है। पहली खेप में खाली हुए टैंकरों को जोड़कर यह ट्रेन चलाई जाएगी।
हरित गलियारे में ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने पकड़ी रफ्तार
वाराणसी व लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक प्रभावित जिलों में ऑक्सीजन की कमी पूरी करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई जा रही है। एक दिन पहले लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की पहली खेल रात्रि 1.16 बजे कैंट स्टेशन पहुची। यहां टैंकर को अनलोड कराने के बाद मध्य रात्रि तीन बजे उसे कड़े सुरक्षा पहरे में रामनगर भेज दिया गया। रेलवे प्रशासन ट्रेन के समयबद्ध संचालन पर पूरा जोर दे रहा है।
झारखंड के बोकारो स्टील सिटी व वाराणसी के बीच 429 किलोमीटर तक बने हरित गलियारे में 50 से 55 किलोमीटर प्रति घण्टे की औसत से ट्रेन चलाई जा रही है। मार्ग में किसी तरह के अवरोध अथवा तकनीकी खराबी को दूर करने के लिए रेलवे विद्युत विभाग और यांत्रिक विभाग के कर्मचारी भी ट्रेन में सवार हैं। लखनऊ मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने बताया कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस-2 दिन में 11.50 बजे कैंट स्टेशन पहुंची। यहां से ट्रेन को बोकारो भेज दिया गया है। अगले दिन रविवार की रात तक इस ट्रेन के वापसी की संभावना है।