Oxygen Express-Four: : जल्द संजीवनी लेकर आएगी ऑक्सीजन ट्रेन, वाराणसी कैंट स्टेशन पर तीन टैंकर होगा अनलोड
ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से लखनऊ से बोकारो तक लगातार ऑक्सीजन एक्सप्रेस रन कर रही है। मंगलवार को भी लखनऊ से ऑक्सीजन एक्सप्रेस 4 बोकारो के लिए रवाना हुई है । जिसमें लखनऊ से चार टैंकर लोड किए गए ।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना रूपी आपदा की इस घड़ी में ऑक्सीजन, संजीवनी के रूप में काम कर रहा है। इसी संजीवनी की किल्लत को दूर करने के लिए रेलवे ने पहल करते हुए पटरी पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस दौड़ा दी है। ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से लखनऊ से बोकारो तक लगातार ऑक्सीजन एक्सप्रेस रन कर रही है। मंगलवार को भी लखनऊ से ऑक्सीजन एक्सप्रेस 4 बोकारो के लिए रवाना हुई है । जिसमें लखनऊ से चार टैंकर लोड किए गए ।
यह ट्रेन कैंट स्टेशन पर शाम 5:50 पर पहुंची, जहां इंजीनियरिंग और यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों ने सुरक्षात्मक पहलू को ध्यान में रखते हुए तीन टैंकर लोड किया। तीन टैंकर लोडिंग के लगभग 20 मिनट बाद इस ट्रेन को शाम 6:10 पर बोकारो के लिए रवाना किया गया। कुल सात टैंकरों को लेकर बोकारो रवाना हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस 4 बुधवार देर शाम तक कैंट स्टेशन पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। कैंट स्टेशन पर तीन टैंकर को अनलोड करने के बाद यह ट्रेन लखनऊ के लिए रवाना हो जाएगी, जहां चारों टैंकर अनलोड किया जाएगा। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी की माने तो ऑक्सीजन किल्लत दूर करने के लिए लगातार रेलवे की ओर से इस ट्रेन को चलाते रहेंगे। जल्द ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस 5 को हरी झंडी दिखाई जाएगी।
दरेखू ऑक्सीजन प्लांट का अन्नपूर्णा गैसेज ने किया निरीक्षण
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सोमवार को दरेखू स्थित कामरूप इंडस्ट्रियल गैसेज प्लांट का अधिग्रहण करके अन्नपूर्णा इंडस्ट्रियल गैसेज को शुरू करने का आदेश जारी किया है।मंगलवार की सुबह अन्नपूर्णा गैसेज के लोग प्लांट का निरीक्षण भी किये।प्लांट पर मौजूद कर्मचारियों ने कहा कि मालिक कोलकाता से आ गए हैं और इसी मामले में जिलाधिकारी से मिलने गए हैं।प्लांट में मौजूद कर्मचारी नवल किशोर सिंह ने कहा कि जब मालिक खुद प्लांट चलाने में सक्षम हैं तो दूसरे को क्यू दिया।बताया कि प्लांट की साफ सफाई भी हो चुकी है और 150 एचपी का मोटर खराब है जो कोरोना के कारण बन नहीं पाया।नहीं मिला तो नया लेकर काम शुरू हो जाएगा।
बताते चलें कि कोलकाता के रहनेवाले निखिलेश गर्ग ने 2014 में दी कामरूप इंडस्ट्रियल गैसेज लिमिटेड दरेखूं , जगतपुर में ऑक्सीजन प्लांट लगाया था। साढ़े तीन साल तक लगातार कंपनी घाटे में चल रही थी जिसका कारण बिजली विभाग था।24 घंटे चलने वाले इस प्लांट में अगर बिजली की कटौती घंटे भर लगातार हो गई तो 8 से 10 घंटे प्रोडक्शन का नुकसान होता था।जबकि 24 घंटे बिजली की सप्लाई ठीक रहे तो तीन हजार क्यूबिक मीटर यानी 400 से ज्यादा सिलिंडर रिफिलिंग प्रतिदिन होता था।प्लांट का काम देखने वाले एकाउंटेंट राजेन्द्र प्रसाद के अनुसार हर दो या तीन घंटे बाद बिजली ट्रिप कर जाती थी और कभी कभी तो कई घंटे लगातर कटौती रहती थी।राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि 8 घंटे की तीन शिफ्ट में प्लांट चलता था जिसमे 40 कर्मचारी थे।2017 में 27 लाख बिजली बिल का बकाया होने के कारण प्लांट बंद हो गया जबकि बिजली विभाग के अधिकारियों के कहने पर 10 लाख जमा किया गया लेकिन उसके बाद भी केस कर दिए इसलिए मालिक ने प्लांट बंद कर दिया।