मुख्य द्वार पर ही दिख जाएगा समग्र सारनाथ, पुरातात्विक खंडहर परिसर में लगाए गए सांस्कृतिक सूचना पट्टï
अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल सारनाथ के पुरातात्विक खंडहर परिसर में सहेज रखे गए पुरावशेषों की जानकारी पर्यटकों को अब द्वार पर ही हो जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल सारनाथ के पुरातात्विक खंडहर परिसर में सहेज रखे गए पुरावशेषों की जानकारी पर्यटकों को अब द्वार पर ही हो जाएगी। इसके लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से खंडहर परिसर में साइट प्लान के साथ ही सांस्कृतिक सूचना पट्टï लगाए जा रहे हैैं। चुनार के बलुए पत्थर पर हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही चीनी व श्रीलंकाई भाषा में बड़े- बड़े अक्षरों में पुरातात्विक स्मारकों की संपूर्ण ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि को उकेरा गया है।
अधीक्षण पुरातत्वविद् डा. नीरज सिन्हा ने बताया कि पुरातात्विक उत्खनित स्थल परिसर की प्राचीनता बनाए रखने के लिहाज से चुनार के पत्थरों से बने सूचना पट्ट लगाए जा रहे। इसमें दो स्थानों पर साइट प्लान भी लगाया गया है। इनमें एक साइट प्लान मुख्य द्वार पर तो दूसरा धर्म राजिक स्तूप के समीप है। उत्खनित परिसर व चौखंडी स्तूप पर चाइनीज भाषा में कल्चरल नोटिस बोर्ड लगाया गया है। इसके लिए संस्कृति मंत्री ने निर्देश दिया था। एक सप्ताह के भीतर कुशीनगर के पुरातात्विक स्थलों पर भी इस तरह के बोर्ड व प्लान लगाए जाएंगे। श्रीलंकाई भाषा में सूचना पट्टï एक सप्ताह में लग जाएगा।
खंडहर के बाहर शिशु केयर सेंटर और लॉकर
पुरातात्विक खंडहर देखने आने वालों की सुविधा के लिहाज से शिशु केयर सेंटर व लॉकर कक्ष भी बनाया जाएगा। इसे मुख्य द्वार पर एसीपी सीट से तैयार किया जाएगा। एक ही कक्ष में आधा हिस्सा लॉकर रूम तो दूसरा शिशु केयर सेंटर होगा।