मऊ में महिला से अभद्र भाषा बोलने पर चौकी इंचार्ज निलंबित, ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी की कार्रवाई
मऊ में एक महिला के साथ उप निरीक्षक द्वारा अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए वायरल ऑडियो पर पुलिस अधीक्षक ने चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया।
मऊ, जेएनएन। एक महिला के साथ उप निरीक्षक चौकी इंचार्ज पिजड़ा अनुज कुमार पांडेय द्वारा अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए वायरल ऑडियो को लेकर सोमवार को पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया। इसको लेकर पुलिस महकमें में खलबली मच गई। ऑडियो वायरल होने के बाद जांच क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा की गई। जांच में उक्त उपनिरीक्षक को दोषी पाया गया। इस पर पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई की।
सरायलखंसी थाना क्षेत्र के सलाहाबाद निवासी एक महिला जिसका 29 जून को पड़ोस के लोगों से नाली विवाद को लेकर मारपीट हुई थी। इसमें महिला को मारापीटा गया था। पीडि़त महिला ने इसके खिलाफ बगली पिजड़ा पुलिस चौकी पर शिकायत दर्ज कराया था। पीडि़ता का आरोप था कि तहरीर बदलकर अपने मन से मुकदमा दर्ज कर दिया गया। जब पीडि़ता ने इसकी शिकायत चौकी इंचार्ज अनुज कुमार पांडेय से किया तो चौकी इंचार्ज भड़क गए और महिला के विरुद्ध अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। महिला ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी थी। महिला द्वारा चौकी इंचार्ज पर लगाए गए आरोप के जांच की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक ने सीओ सिटी को सौंपी। जब सीओ ने इसकी जांच किया तो वायरल ऑडियो सही साबित हुआ। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक ने चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया।
कोतवाली का हर कोना तत्काल हुआ सैनिटाइज
घोसी कोतवाली में नियुक्त 28 वर्षीय सिपाही को सोमवार को रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से जांच के दौरान कोरोना पाजीटिव आने से हड़कंप मच गया। सिपाही के पाजीटिव पाए जाने से उसके संपर्क में आने वाले सभी सहयोगी एवं अन्य नागरिक सकते में हैं। उधर कोरोना पाजीटिव पाए गए बरकात नगर के साठ वर्षीय चिकित्सक के एक 42 वर्षीय परिजन भी कोरोना पाजिटिव पाए गए। दरअसल उक्त सिपाही के साथ रहने वाले दो अन्य सिपाहियों की तबियात तनिक गड़बड़ होने पर तीनों सिपाही अस्पताल गए। वहां पर तीनों की रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से जांच की गई। जांच में उक्त दोनों तो कोरोना निगेटिव पाए गए पर उनको लाने वाले सिपाही पाजिटिव निकला। केंद्र अधीक्षक डा. एसएन आर्य ने उसे तत्काल कोविड अस्पताल परदहां भेजे जाने हेतु पुलिस महकमे के उच्चाधिकारियों को सूचित किया है। उक्त सिपाही एक माह पूर्व घर से अवकाश के बाद वापस आया है। ऐसे में उसे घोसी में ही संक्रमित होने का दावा किया जा रहा है।