पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की तरह डर रहा है देश का विपक्ष : योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)को लेकर सभी में उत्साह व उल्लास है।
वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)को लेकर सभी में उत्साह व उल्लास है। यह सदियों से दबी भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम बना है। यह कानून नागरिकता छिनने के लिए नहीं बल्कि वर्ष 2014 से पूर्व जो धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आ गए, उन्हें नागरिकता देने के लिए है। यह मानवतावादी और भारतीय परंपरा में समाहित शरणार्थी रक्षा का अनूठा कदम है। कांग्रेस समेत विपक्षी दल इसको लेकर गुमराह कर रहे हैं। भ्रम फैलाकर संविधान और देश की एकता-अखंडता को चुनौती दे रहे हैं। उन्हें वैसे ही भय है जैसा पाकिस्तान में इमरान को होता है।
सीएए को लेकर अराजकता का प्रयास किया गया। लोकतांत्रिक तरीके से विरोध-प्रदर्शन स्वीकार्य है लेकिन अलोकतांत्रिक तरीका अपनाने पर भरपाई करनी होगी। अब चेक लेकर आ रहे हैं और कह रहें, गलती हो गई। सीएम ने कहा कि कांग्रेस-सपा को बताना होगा कि सिमी के साथ उसके क्या संबंध हैं। उसकी गतिविधियों की अनदेखी क्यों की गई। देश विरोधी नारा लगाने वालों के साथ खड़े होना उनके चरित्र को बताता है। कहा कि कांग्रेस को बुरा लगता है कि मोदी ने कैसे गरीबों को दस करोड़ शौचालय, आठ करोड़ को उज्जवला के तहत रसोई गैस, चार करोड़ बिजली कनेक्शन, दो करोड़ को मकान और पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा दे दिया। कांग्रेस सरकार के दौरान 2008 में जब मुंबई में हमला हुआ तो पाकिस्तान पर हमले की बजाय उसके पास एटम बम होने का डर पैदा किया जाता रहा।
वहीं मोदी ने आतंकी हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक से दिया तब इमरान खान दुनिया में चिल्ला रहा है कि भारत पाकिस्तानपर कभी भी हमला कर सकता है। कहा कि लोग हम पर तंज कसते थे कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। कांग्रेस बाधक बनती रही लेकिन उस सवाल को भी हमने हल कर दिया। न्यायपालिका ने भी अपनी ताकत का अहसास कराया। अयोध्या में अब राम मंदिर बनने जा रहा है। भाजपा ने तीन तलाक प्रथा खत्म कर सबसे बड़ा कदम उठाया। अलगाववाद का सबसे बड़ा कारण 370 मोदी सरकार ने खत्म कर दिया। बाबा साहेब की इच्छा के विपरीत कांग्रेस ने इसे संविधान में शामिल किया। श्यामाप्रसाद मुखर्जी इसका आजीवन विरोध करते रहे।
मंडल और आंबेडकर : सीएम योगी ने कहा कि देश की आजादी के समय बाबा साहब और जोगेंद्रनाथ मंडल थे। आंबेडकर देश की एकता व संप्रभुता के पक्षधर थे तो मंडल जिन्ना के साथ गए। वहां उन्हें कानून मंत्री जरूर बना दिया गया लेकिन तीन साल में ही भारत लौटना पड़ा और गुमनामी की मौत मरे। वहीं आंबेडकर भारतीय संविधान के शिल्पी बन कर उभरे। भारत रत्न बने और उनसे जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ रूप में विकसित किया जा रहा। यह दोनों के अपने-अपने कर्म थे।