बलिया में बाढ़ प्रभावित इलाकों में सुविधाएं नदारद, लोगों की समस्या देखकर विपक्ष ने उठाए सवाल
गंगा व सूरयू के बाढ़ से प्रभावित इलाकों में जिला प्रशासन की ओर से पीडि़तों के लिए जरूरी इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। इसको लेकर प्रभावित इलाकों के लोगों में आक्रोश है।
बलिया, जेएनएन। गंगा व सूरयू के बाढ़ से प्रभावित इलाकों में जिला प्रशासन की ओर से पीडि़तों के लिए जरूरी इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। इसको लेकर प्रभावित इलाकों के लोगों में आक्रोश है। जबकि संबंधित इलाकों में कोरोना के साथ ही और भी कई तरह की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। बहुत से लोग अपनी पशुओं को लेकर बंधे पर शरण लिए हैं तो कुछ लोग अपने घरों में ही इस तबाही को झेलने को विवश हैं। उनके लिए न तो उपचार का कोई बेहतर प्रबंध किया गया है और न ही राशन आदि की व्यवस्था की गई है। कुछ लोग खुद की सुविधा के लिए नाव की व्यवस्था किए हैं लेकिन उन नाविकों को मजदूरी देने की व्यवस्था भी सरकारी स्तर से नहीं की जा रही है। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों के लोगों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है।
सपा के प्रतिनिधिमंडल ने किया बाढ़ क्षेत्र का भ्रमण
नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी के निर्देश पर समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मनियर बहेरापार, ककघट्टा खास, रिगवन, सुल्तानपुर, कोटवां, खादीपुर आदि गांवों का दौरा कर बाढ़ व कटान से पीडि़त लोगों का हाल जाना। इस दौरान नेताप्रतिपक्ष के पुत्र रंजीत चौधरी व विधानसभा अध्यक्ष हरिन्द्र ङ्क्षसह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को बाढ़ घोषित किया जाना चाहिए। बाढ़ से किसानों के नुकसान हुए फसल का उचित मुआवजा तय होना चाहिए, लेकिन सरकार कोराना के शोर के बीच बाढ़ प्रभावित इलाकों की सुधि लेना भूल गई है। इस मौके पर रामबचन यादव, संकल्प, प्रधान रमाशंकर यादव, उपेन्द्र पटेल, बेरूआरबारी ब्लांक प्रमुख अशोक यादव, धर्मेन्द्र मणिक, सोनू यादव,बृजेश पाण्डेय, उमेश, विजय यादव, प्रधान गंगासागर यादव, बबलू यादव, राणा प्रताप यादव दाढ़ी, राजेश साहनी आदि रहे।
चौबे छपरा में तेज हुआ कटान
गंगा की जलास्तर में शक्रवार के दिन स्थिरता आने के बावजूद गंगापुर रामगढ के बनिया टोला, सोनार टोला, चौबे छपरा, केहरपुर में गंगा का दबाव बना हुआ है। चौबे छपरा लखन देव ङ्क्षसह के घर पास अचानक हुए कटान से दो पेड़ व तीन कट्टा जमीन गंगा में समाहित हो गया। ग्रमीणों का कहना है की अगर समय से गंगापुर रामगढ में हो रहे कटान रोधी का कार्य अगर पूर्ण हो गया होता आज हमारी स्थिति ऐसी नहीं होती।
केंद्रीय जल आयोग गायघाट के अनुसार गंगा का जलस्तर 56.00 मी. दर्ज किया गया।
बाढ़ क्षेत्र की समस्यायों को लेकर पूर्व मंत्री ने दिया ज्ञापन
बाढ़ क्षेत्र की समस्याओं को लेकर पूर्व मंत्री सपा नेता मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी ने अपने दर्जनों समर्थकों के साथ उप जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में तहसीलदार को ज्ञापन सौपा। उन्होंने नदी के किनारे बसे किसानों की समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि सरयू नदी के पानी से किसानों की फसल जलमग्न हो चुकी है, लेकिन सरकार न तो उसका आकलन कर रही है, न ही किसी तरह की कोई मदद पहुंचा रही है। पशुओं के चारा के लिए भी पशुपालक परेशान हैं। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बघुडी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकन्दरपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवनागर, न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुर पर कोरोना से संबंधित जांच की उचित व्यवस्था करने की भी मांग की है। इस मौके पर रामजी यादव, विवेक ङ्क्षसह, भीष्म यादव, चंद्रमा यादव ,शिवजी त्यागी,त्रिलोकी यादव,मुन्नीलाल यादव, संजय यादव ,खुर्शीद आलम नुरुल हसन सहित दर्जनों समाजवादी नेता उपस्थित रहे।
बाढ़ क्षेत्र में किया दवा वितरण
रेवती विकास खंड में टीएस बंधा के उत्तर सरयू के बाढ़ से प्रभावित गांवों में सीएचसी के अधीक्षक डॉ. धर्मेन्द्र कुमार के निर्देश पर बंधे के दतहां चट्टी पर आरबीएसके की टीम द्वारा स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर डॉ. बद्रीराज यादव व स्वास्थ्य पर्वेक्षक अभय यादव ने जांच कर दवा का वितरण किया। इसमें अधिकतर मरीज चर्म रोग से पीडि़त थे।