बिजली विभाग में एक बार फिर से बेपटरी होने लगा ऑनलाइन शिकायतों का प्लेटफार्म
उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग में एक बार फिर से बेपटरी होने लगा ऑनलाइन शिकायतों का प्लेटफार्म।
वाराणसी, जेएनएन। कार्यालयों में शिकायती पत्र लेने व उसके निस्तारण की औपचारिता भले ही जारी है लेकिन पूर्व की तरह रफ्तार नहीं है। कमोवेश ऑनलाइन शिकायतों पर भी आफत आ पड़ी है। टोल फ्री नंबर पर भी अब जवाब आने लगे हैं कि कार्यालय में पचास फीसद से कम कर्मचारी होने के कारण इसका जवाब आप को कल मिल सकेगा। इसलिए आप को एक बार पुन: उक्त दिवस पर फोन करना होगा।
अर्दली बाजार के एक उपभोक्ता ने बिजली बिल संबंधित शिकायत के सिलसिले में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के टोल फ्री नंबर पर शनिवार को कॉल किया तो कुछ इसी तरह का जवाब था। इतना ही नहीं कई प्राइवेट कंपनियों के उपभोक्ता के लिए उपलब्ध कराए गए फोन नंबर पर कुछ इसी तरह के जवाब मिल रहे हैं। जबकि रविवार हो या देररात इन नंबरों को डॉयल करते ही समस्या निस्तारण को लेकर कार्रवाई शुरू हो जाती है। समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली यानी आइजीआरएस पोर्टल पर भी शिकायतों का दौर थम सा गया है जबकि इस पोर्टल के प्लेटफार्म पर कोविड को भी जोड़ दिया गया है लेकिन शिकायत करने वाले गिने चुने ही हैं।
महामारी के इस दौर में सरकारी, गैर सरकारी सभी ऑनलाइन सेवाएं प्रभावित हैं। पब्लिक परेशान है। कमोवेश, घर तक सामान पहुंचाने वाली नामी गिरामी कंपनियों से जुड़े लोग भी गली मोहल्ले तक जाने से घबराने लगे हैं। अगर आपने सामान बुक करा दिया तो फोन पर यह भी पूछा जा रहा है कि आप के घर तक पहुंचने में कोई दिक्कत तो नहीं। कहीं रास्ते में कोविड संक्रमित का मकान तो नहीं। क्या पहले यह मोहल्ला रेड जोन, आरेंज जोन में शामिल था।