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वाराणसी में प्राथमिक विद्यालयों में भी ऑनलाइन दाखिला, निजी स्‍कूलों जैसी लागू होगी प्रक्रिया

आर्थिक संसाधन के अभाव में इंटरनेट मीडिया को प्रचार का मंच बनाया है। विद्यालयों के हेड मास्टरों व अध्यापकों ने अभिभावकों का वाट्स-एप ग्रुप बनाया है। इसमें ई-कंटेंट के साथ-साथ अभिभावकों को बच्चों का पंजीकरण कराने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 09:25 PM (IST)Updated: Sun, 30 May 2021 09:25 PM (IST)
वाराणसी में प्राथमिक विद्यालयों में भी ऑनलाइन दाखिला, निजी स्‍कूलों जैसी लागू होगी प्रक्रिया
ई-कंटेंट के साथ-साथ अभिभावकों को बच्चों का पंजीकरण कराने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।

वाराणसी, जेएनएन। कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए निजी स्कूलों के तर्ज पर परिषदीय विद्यालयों में भी ऑनलाइन दाखिला शुरू कर दिया गया है। बीएसए के निर्देश पर नगर ही ग्रामीण विद्यालयों में आनलाइन दाखिले का क्रम जारी है। इसके लिए निजी विद्यालयों के तर्ज पर सरकारी विद्यालय भी प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।

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आर्थिक संसाधन के अभाव में इंटरनेट मीडिया को प्रचार का मंच बनाया है। विद्यालयों के हेड मास्टरों व अध्यापकों ने अभिभावकों का वाट्स-एप ग्रुप बनाया है। इसमें ई-कंटेंट के साथ-साथ अभिभावकों को बच्चों का पंजीकरण कराने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा अध्यापक अपने-अपने क्षेत्र में अभिभावकों से संपर्क कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक बच्चे दाखिला ले सके। इस दौरान उन्हें यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि अब प्राइमरी स्कूल पहले जैसे नहीं रह गए हैं। सरकारी विद्यालय निजी विद्यालयों से आगे निकल गए हैं। तमाम सरकारी विद्यालयों में अब अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई हो रही है। वह भी पूरी तरह मुफ्त। बीएसए ने बताया कि विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी जन-जन तक पहुंचाकर इस वर्ष 50,000 बच्चों का नामांकन बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।

फिर बदली पटरी ऑनलाइन पर जोर

वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पठन-पाठन की पटरी एक बार फिर ऑनलाइन की ओर चल दी है। बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों, शिक्षकों से ई-पाठशाला पर फोकस करने निर्देश दिया है।

महत्वपूर्ण निर्देश

 -दूरदर्शन पर स्लॉट देखने का संदेश सभी अभिभावकों को नियमित रूप से भेजा जाए।

 -ई-पाठशाला सामग्री जो हर हफ्ते भेजी जाती है, सभी समूहों में प्रसारित हो जाए।

 -दीक्षा ईटीवी सामग्री को नियमित रूप से देखने को प्रेरित किया जाए जिससे इसका लाभ मिल सके ।


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