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सपा और भाजपा का एक चेहरा, वोट के बाद कर देते हैं ब्राह्मणों को दरकिनार : सतीश चंद्र मिश्रा

राज्यसभा सांसद व बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद मिश्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ब्रह्म हत्या हो रही है। चुन चुन कर मारा जा रहा है। किसी को गोलियों से भून दिया। सपा व भाजपा का एक चेहरा है। दोनों वोट की राजनीति करतीं हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 17 Aug 2021 04:30 PM (IST)Updated: Tue, 17 Aug 2021 06:34 PM (IST)
सपा और भाजपा का एक चेहरा, वोट के बाद कर देते हैं ब्राह्मणों को दरकिनार : सतीश चंद्र मिश्रा
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद मिश्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ब्रह्म हत्या हो रही है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। राज्यसभा सांसद व बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ब्रह्म हत्या हो रही है। चुन चुन कर मारा जा रहा है। किसी को गोलियों से भून दिया। सपा व भाजपा का एक चेहरा है। दोनों वोट की राजनीति करतीं हैं। इसके बाद ब्राह्मणों को दरकिनार कर देते हैं।प्रदेश में जब बनी थी सपा व भाजपा की सरकार तो शून्य पर आ गए थे ब्राह्मण।

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पूरे प्रदेश में ब्राम्हण विधायकों की संख्या पांच भी नहीं रह गई थी। उस वक्त मैंने काशी से ही भाईचारा कमेटी बनाकर ब्राह्मणों को बसपा से जोड़ने का प्रयास किया। परिणाम सभी के सामने आया। प्रदेश में बसपा की सरकार बनी। ब्राह्मणों को सम्मान मिला। 15 विधायक मंत्री बने। विधान परिषद अध्यक्ष भी ब्राह्मण ही बने। अब फिर से आ गया वह वक्त, जब दलित, अल्पसंख्यक व ब्राम्हण बनाएंगे सरकार। वह बसपा ही थी जिसमें 85 ब्राम्हण उम्मीदवारों को टिकट मिला था। 45 ने जीत दर्ज की थी। 15 एमएलसी, पांच सांसद सहित डीजीपी, मुख्य सचिव आदि पदों पर आसीन था यह समाज।

कॉरिडोर के नाम पर तोड़े जा रहे मंदिर, चुप क्यों हैं काशी के ब्राम्हण : सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर के नाम पर मंदिर तोड़े जा रहे हैं। नजरों साल पुराना आस्था का केंद्र वट वृक्ष काट दिया गया। जिस शिव शंकर से मिलने के लिए मां गंगा ने अपना मार्ग बदला और काशी की ओर रुख कर चंद्राकार आकार लिया, उसे भी नष्ट किया जा रहा है। वीआईपी कल्चर के लिए गंगा के किनारों को पाटा जा रहा है। मणिकर्णिका घाट के धार्मिक मान्यताओं को खत्म किया जा रहा है। यहां के लंका थाने में प्राण प्रतिष्ठित शिवलिंग रखा गया है। हैरानी इस बात की है कि यहां के ब्राह्मण चुप क्यों हैं। वे जिम्मददारों से सवाल क्यों नहीं करते। माना कि पीएम नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात नहीं हो सकती है लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ व उनके साथ आये जिम्मेदारों से सवाल क्यों नहीं करते। यहां के जनप्रतिनिधियों को क्यों नहीं घेरते।

श्रीराम मंदिर के लिए पहले नहीं लाया कानून, जब कोर्ट ने दिया फैसला तो चल दिये भूमि पूजने : सतीश चंद मिश्र ने कहा कि भाजपा सरकार ने पहले कानून नहीं लाया। जब कोर्ट ने फैसला दिया तो श्रेय लेते हुए भूमि पूजन करने चल दिये। पांच ईंटें भी रख दी लेकिन डेढ़ साल का दिन बीतने को है और मंदिर के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखी गई। भूमि पूजन के पांच ईंट भी अब नहीं रखे। किसी बक्से में बंद कर दिया या फिर सरयू नदी में फेंक दिया। कहा, मंदिर निर्माण के नाम पर वर्ष 1993 से धन संग्रह कर रहे हैं। यह धन कहा गया, पूछने पर भी नहीं बताते हैं।


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