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उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर दीपों की लौ से दपदपाएगा वाराणसी का लमही

उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर उनके गांव लमही में दीपावली मनाने की तैयारी हो रही है। लगभग 51 सौ दीयों से जयंती की शाम लमही गांव जगमग होगा। प्रेमचंद के आवास स्मारक और शोध केंद्र को क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी सुभाष यादव के नेतृत्व में सजाया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 06:10 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 05:07 PM (IST)
उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर दीपों की लौ से दपदपाएगा वाराणसी का लमही
उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर उनके गांव लमही में दीपावली मनाने की तैयारी हो रही है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता।Premchand Jayanti उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर उनके गांव लमही में दीपावली मनाने की तैयारी हो रही है। लगभग 51 सौ दीयों से जयंती की शाम लमही गांव जगमग होगा। प्रेमचंद के आवास, स्मारक और शोध केंद्र को क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी सुभाष यादव के नेतृत्व में सजाया जाएगा तो प्रेमचंद सरोवर को ग्राम पंचायत सजाएगा। वहीं प्रवेश द्वार को बेलवाबाबा व्यापार मंडल दीपों से जगमग करेगा। हालांकि कोरोना महामारी के तीसरे लहर को देखते हुए जयंती पर अन्य सभी कार्यक्रम ऑनलाइन ही होंगे।

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ऑनलाइन मनाया जाएगा लमही महोत्सव

लमही महोत्सव-2021 के आयोजन की जिम्मेदारी इस बार पुरातत्व विभाग को सौंपी गई है। क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी सुभाष यादव ने बताया कि मुंशी प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम फेसबुक लाइव पर प्रसारित किया जाएगा। यह कार्यक्रम कई चरणों में आयोजित किया गया है।

बच्चों के लिए कहानी और चित्रकला प्रतियोगिता

जयंती पर हर वर्ष की तरह इस बार भी बच्चों के लिए कहानी और चित्रकला प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया है। इसमें प्रतिभाग करने के लिए इच्छुक बच्चे 30 जुलाई को ऑनलाइन इस लिंक से जुड़कर https://forms.gle/Cj5YyHDtZUw5Jo346 प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर सकते हैं।

दिनभर आयोजित होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम

जयंती के दिन सुबह 10 बजे मुंशी प्रेमचंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सुबह 10:30 बजे ' प्रेमचंद की कथा दृष्टि ' पर साहित्यकार डॉ. रामसुधार सिंह, प्रो. श्रद्धानन्द और ओम धीरज वार्ता करेंगे। उसके बाद दोपहर 12 बजे शोध केंद्र में ' प्रेमचंद और हमारा समय ' पुस्तक का लोकार्पण बीएचयू के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. विजय बहादुर सिंह, प्रो. आभा गुप्त ठाकुर, प्रो. नीरज खरे, प्रो. आफताब अहमद, प्रो. अनुराग दवे करेंगे। दोपहर 2 से शाम चार बजे तक प्रेरणा कला मंच की ओर से कहानी ' देवी ' और लोककला विकास एवं शोध समिति की ओर से 'मंत्र' का नाट्य मंचन किया जाएगा। शाम चार से छह बजे तक लोकगीत गायिका सुचरिता गुप्ता कजरी का गायन करेंगी। तो डॉ. शिवानी शुक्ला और नीलम सिंह लोकगीत का वादन करेंगी। इसका प्रसारण ' रेडियो प्रेमचंद ' मोबाइल एप पर भी प्रसारण किया जाएगा। इसके साथ ही इच्छुक साहित्यप्रेमी और लोग ऑनलाइन इस लिंक से https://www.facebook.com/munshipremchandlamhimahotsav/ कार्यक्रम में जुड़ सकते हैं।

उर्दू और हिंदी साहित्य के लिए प्रेमचंद ने समर्पित कर दिया जीवन

बड़ा लालपुर स्थित वीडीए कॉलोनी में गुरुवार को प्रेमचंद स्मृति संगम और सम्मान समारोह का ऑनलाइन आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. ओमप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि उर्दू और हिंदी साहित्य के लिए प्रेमचंद ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने प्रेमचंद को तपस्वी व्यक्तित्व का धनी बताया। इसके बाद श्रीप्रकाश श्रीवास्तव, सुखमंगल सिंह, राकेशचंद्र पाठक, कवि रामनरेश, पवन सिंह, विजय गुप्ता, ओपी पांडेय, डॉ. केके सिंह, कृष्णानन्द दुबे को मुंशी प्रेमचंद स्मृति सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया। इस दौरान कवि विजय मिश्र, डॉ. सुभाष चंद्र, शशांक शेखर त्रिपाठी, डॉ. चंद्रभाल सुकुमार सहित कई अन्य बुद्धिजीवियों ने अपना विचार रखा। संचालन और धन्यवाद डॉ. संगम लाल त्रिपाठी ने दिया।


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