30 मार्च को यात्रियों से भरी बस से वाराणसी आए थे 12 जमाती, छह पर FIR
निजामुद्दीन दिल्ली के मरकज में शामिल तब्लीगी जमातियों ने बनारस के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों को संकट में डाल दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। निजामुद्दीन दिल्ली के मरकज में शामिल तब्लीगी जमातियों ने बनारस के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों को संकट में डाल दिया है। तीन दिन पहले तक वाराणसी से पांच जमातियों के मरकज में शामिल होने की बात आई थी लेकिन इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब पता चल रहा है कि वाराणसी से १९७ तब्लीगी जमाती निजामुद्दीन दिल्ली गए थे।
बुधवार देर रात तक छह जमाती पकड़े गए। गुरुवार को मदनपुरा निवासी एक जमाती खुद सामने आया और उसने जो खुलासा किया उससे पुलिस-प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। जमाती ने बताया कि ३० मार्च को यात्रियों से भरी बस से 11 और जमाती उसके साथ वाराणसी आए थे। जमाती के खुलासे के बाद पुलिस ने उन सभी की धरपकड़ शुरू कर दी है। पुलिस-प्रशासन ने मीरजापुर व वाराणसी के कुल 17 जमाती को डीडीयू अस्पताल में क्वारंटाइन किया है। साथ ही उन दो लोगों को भी डीडीयू अस्पताल में भर्ती किया गया जिनके यहां हैदराबाद से आए जमाती ठहरे थे। सभी की मेडिकल जांच कराई गई है। क्वारंटाइन किए गए वाराणसी के सात जमातियों के परिजनों को होम क्वारंटाइन की हिदायत के साथ ही पुलिस ने विभिन्न इलाकों में अपना पहरा सख्त कर दिया है। उधर, बुधवार की रात पकड़े गए छह जमाती के खिलाफ भेलूपुर और दशाश्वमेध थाना में गंभीर धाराओं में मुकदमा कायम किया गया है।
देर तक पुलिस को भ्रम में डाले था जमाती
दिल्ली में क्वारंटाइन किए गए लोगों से फोन पर पूछताछ के बाद पुलिस ने बुधवार की रात मदनपुरा और बजरडीहा इलाके से पांच जमातियों को पकड़ा था। सभी को डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि पांडेय हवेली का एक युवक भी उनके साथ था। सूचना मिलते ही पुलिस उसके घर पहुंची और पूछताछ की तो उसने बताया कि वह नहीं, उसका भाई गया था और वो अभी दिल्ली में है। हावभाव से शंका पर पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की। पड़ोसियों ने जब बताया कि युवक झूठ बोल रहा तब उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया और चिकित्सकीय परीक्षण के लिए डीडीयू अस्पताल ले गई।
मदनपुरा के युवक ने खोला राज तो फूल गए हाथ-पैर
मरकज में शामिल होने दिल्ली गया मदनपुरा का एक युवक गुरुवार को सामने आया और उसने जो बताया, उसे सुनकर पुलिस के होश उड़ गए। पूछताछ में युवक ने बताया कि 30 मार्च को वह बस से दिल्ली से वाराणसी पहुंचा। बस में वाराणसी के विभिन्न इलाकों में रहने वाले 11 और जमाती सवार थे।। गनीमत यह कि युवक सभी के थाना क्षेत्र के बारे में जानता था। मदनपुरा निवासी युवक ने बताया कि बस में सवार जमातियों में तीन लोहता, पांच जैतपुरा और तीन उसके इलाके से थे। पुलिस सभी की पहचान करने में जुटी है।
मदनपुरा से सर्वाधिक जमाती गए थे दिल्ली
अब तक जितने भी जमाती के नाम सामने आए हैं उनमें सर्वाधिक संख्या मदनपुरा इलाके की है। बुधवार को भी मदनपुरा से चार जमाती पकड़े गए थे जबकि गुरुवार को इसी इलाके से चार और जमातियों के नाम सामने आए।
मीरजापुर में 12 मार्च से ठहरे थे 10 हैदराबादी जमाती
दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में गुरुवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब 10 मुस्लिम पहुंचे और खुद को तब्लीगी जमाती बताते हुए जांच की बात कहीं। स्वास्थ्य विभाग की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। पूछताछ में पता चला कि सभी दिल्ली में मरकज में शामिल होने के बाद 12 मार्च को मीरजापुर के अदलहाट पहुंचे। जब उन्हें पता चला कि मरकज में शामिल कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तो वे घबरा गए। पुलिस-प्रशासन ने मरकज में शामिल होने वालों को सामने आने को कहा तो वे खुद से वाराणसी पहुंचे अपनी जांच कराने। फिलहाल 17 जमातियों के साथ ही अदलहाट के उन दो लोगों को भी डीडीयू अस्पताल में रखा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें छोड़ा जाएगा।
जुमे की नमाज आज, पुलिस की नजर
मरकज में शामिल तब्लीगी जमात के लोगों के बीच कोरोना वायरस फैलने के बाद मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सरगर्मी बढ़ गई है। सबसे बड़ी परेशानी यह कि कि मरकज में शामिल होने वाले जमाती खुद से सामने आकर अपनी जांच नहीं करा रहे जिससे उनके परिजनों समेत अन्य के बीच संक्रमण फैलने का अंदेशा बढ़ गया है। शुक्रवार को होने वाली जुमे को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। पुलिस प्रशासन ने अपील की है कि मस्जिद में आने के बजाय घरों से ही नमाज अदा करें।