ब्लैक बोर्ड के जगह अब zoom app से हो रही पढ़ाई, lockdown के चलते बदली ट्रैक
स्काइप व जूम जैसे वीडियो कॉलिंग एप के माध्यम से तमाम संस्थाएं ऑनलाइन मीटिंग भी कर रही हैं। यही नहीं अब ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जूम एप देश में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
वाराणसी [अजय कृष्ण श्रीवास्तव]। लॉकडाउन के चलते वर्क फ्रॉम होम संस्कृति बढ़ गई है। अब लोग घरों से ही काम कर रहे हैं। स्काइप व जूम जैसे वीडियो कॉलिंग एप के माध्यम से तमाम संस्थाएं ऑनलाइन मीटिंग भी कर रही हैं। यही नहीं अब ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जूम एप देश में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। तमाम विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों ने इस एप के जरिए पठन-पाठन भी शुरू कर दिया है। लॉकडाउन में श्याम पट्ट का स्थान जूम एप ने लिया है। यह एप गूगल प्ले-स्टोर से एंड्राइड मोबाइल पर भी मुफ्त डाउनलोड किया जा सकता है।
इस एप के माध्यम से एक साथ 100 लोग (क्लास) वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सकते हैं। वन-टू-वन व्यक्ति 40 मिनट तक बात कर सकता है। हालांकि 500 तक संख्या बढ़ाई जा सकती है और 40 मिनट की समय सीमा को भी बढ़ाया जा सकता है।
इस प्रकार बिना किसी व्यवधान के शिक्षक 40 मिनट तक लेक्चर दे सकते हैं। वहीं विद्यार्थी भी अध्यापक से ऑनलाइन सवाल-जवाब कर सकते हैं। खास बात यह है कि स्क्रीन पर फोटो, वेब और गूगल ड्राइव, ड्रॉपबॉक्स या बॉक्स फाइलों को साझा करने की सुविधा है। स्मार्ट मोबाइल फोन के अलावा कंप्यूटर व लैपटॉप पर भी इस एप को डाउनलोड किया जा सकता है।
विद्यापीठ में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने जूम एप के जरिए मंगलवार से ऑनलाइन पठन-पाठन शुरू कर दिया है। पहले दिन अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान एवं अंग्रेजी विभाग के अध्यापकों ने ऑनलाइन क्लास ली। इसकी मॉनीटरिंग कुलपति प्रो. टीएन सिंह स्वयं घर बैठे कर रहे हैं।
छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डा. बंशीधर पांडेय ने बताया कि ऑनलाइन पठन-पाठन के लिए विद्यालयों का वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। इसके माध्यम से ऑनलाइन क्लास की जानकारी विद्यार्थियों को दी जा रही है। साथ ही जूम एप कैसे डाउनलोड करना है। इसकी भी जानकारी विद्यार्थियों को दी जा रही है। एप डाउनलोड करने के बाद विद्यार्थियों को लिंक पासवर्ड दिया जा रहा है। इस पासवर्ड के माध्यम से विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि समाजकार्य विभाग, समाजशास्त्र विभाग समेत अन्य कई विभागों की ऑनलाइन कक्षाएं आठ अप्रैल से शुरू होने जा रही हैं। ऑनलाइन कक्षाओं की समय सारणी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड की जा रही है जिससे विद्यार्थियों को निर्धारित समय सारणी के अनुसार ऑनलाइन क्लास करने की सुविधा मिल सके।