वातावरण से अब गलन का असर होगा खत्म, जानिए कब से वाराणसी में शुरू होगा गर्मियों का दौर
चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 75 फीसद और न्यूनतम 48 फीसद दर्ज की गई।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल में मौसम का रुख बदला हुआ है और दिन चढ़ने पर पारा भी चढ़ना तय है। वातावरण में गलन का असर कम होने जा रहा है क्योंकि अब पश्चिमी विक्षोभ का असर पूर्वांचल में अंतिम दौर में है। आने वाले दिनों में मौसम का असर बदलेगा और गलन में कमी के बाद पछुआ हवाओं का जोर शुरू होगा। दूसरी ओर वातावरण में पहाड़ों से आने वाली गलन भरी हवाओं का रुख बदलेगा और पखवारे भर के बाद गर्मी में इजाफा होने लगेगा। जबकि इस पखवारे पश्चिमी विक्षोभ भी आया तो कम असर कारक होगा। इस लिहाज से अब मौसम सामान्य होने की ओर है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 75 फीसद और न्यूनतम 48 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार पूर्वांचल में मामूली कोहरे का असर है जबकि पहाड़ों से पश्चिमी विक्षोभ का एक झोंका गुजर रहा है। जल्द ही इसका असर पूर्वांचल तक भी आ सकता है। हालांकि, आने वाले दिनों में मौसम का असर बदलेगा और गलन में दिन प्रतिदिन कमी आती जाएगी।
मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले कुछ दिनों में गलन का असर खत्म हो जाएगा। जनवरी माह बीतने की ओर है और वातावरण में धीरे धीरे सूरज का ताप चढ़ने लगा है। पखवारे भर के बाद दिन में पारा भी चढ़ने लगेगा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब माह भर ओस का दौर ही रहेगा और कोहरा भी सप्ताह भर में पूर्वांचल से विदायी ले लेगा। जबकि बसंती हवाओं का दौर पखवारे भर में नजर आने लगेगा। इसके बाद वातावरण में गर्मी का रुख नजर आने लगेगा। मौसमी रुख मार्च के मध्य तक बना रहेगा और इसके बाद अप्रैल से गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा।