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आजमगढ़ के कुख्यात अपराधी कुंटू सिंह को भेजा गया कासगंज जेल, अजीत सिंह हत्याकांड के बाद शासन की कार्रवाई

मऊ के पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के बाद जिला कारागार में निरुद्ध कुख्यात अपराधी ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह के भी खिलाफ शासन स्तर से आखिरकार कार्रवाई हो गई। शासन के निर्देश पर रविवार को कुंटू को पुलिस सुरक्षा घेरे में कासगंज जेल स्थानांतरित कर दिया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 15 Feb 2021 12:20 AM (IST)
आजमगढ़  के कुख्यात अपराधी कुंटू सिंह को भेजा गया कासगंज जेल, अजीत सिंह हत्याकांड के बाद शासन की कार्रवाई
कुंटू सिंह को पुलिस सुरक्षा घेरे में कासगंज जेल स्थानांतरित कर दिया गया।

आजमगढ़, जेएनएन। मऊ के पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के बाद जिला कारागार में निरुद्ध कुख्यात अपराधी ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह के भी खिलाफ शासन स्तर से आखिरकार कार्रवाई हो गई। शासन के निर्देश पर रविवार की दोपहर को कुंटू सिंह को पुलिस सुरक्षा घेरे में कासगंज जेल स्थानांतरित कर दिया गया। इससे पहले पूर्व ब्लाक प्रमुख अखंड सिंह काे बरेली केंद्रीय कारागार भेजा गया था।

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 जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुल्तानपुर निवासी व प्रदेश के टाप टेन अपराधी ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह पुत्र रुद्र प्रताप सिंह काफी अर्से से जिला कारागार में निरुद्ध था। वह पूर्व विधायक सर्वेश सिंह हत्याकांड का भी मुख्य आरोपित है। पूर्व विधायक की हुई हत्या में मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह प्रमुख गवाह था। इसके पूर्व अजीत कुंटू का शार्प शूटर था। पूर्व विधायक की हत्या के बाद अजीत सिंह ने कुंटू से अपना नाता तोड़ लिया और सीपू हत्याकांड का गवाह बन गया था। इसी के चलते दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ गई थी। जिला कारागार में कुंटू के साथ ही निरुद्ध वाराणसी के ट्रांसपोर्टर हत्याकांड के आरोपित व तरवां के पूर्व ब्लाक प्रमुख अखंड सिंह ने एक अन्य अपराधी उद्यम सिंह के साथ मिलकर जेल में ही अजीत सिंह की हत्या की योजना बनाई थी। हत्या के लिए उद्यम सिंह ने शूटरों की व्यवस्था की थी। बीते माह लखनऊ में हुए गैंगवार में अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद कुंटू के शार्प शूटर गिरधारी लोहार को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ के बाद पुलिस के हाथ पुख्ता सबूत लग गए कि अजीत की हत्या की योजना आजमगढ़ जेल बनाई गई थी। इस खुलासे के बाद शासन के रडार पर कुंटू के साथ ही अखंड समेत अन्य अपराधी भी आ गए। कुछ सप्ताह पूर्व अखंड का जिला कारागार से स्थानांतरण बरेली केंद्रीय कारागार हो गया था। कानूनी प्रक्रिया के चलते कुंटू का स्थानांतरण अधर में लटका हुआ था। रविवार को शासन के निर्देश पर गाेपनीय तरीके से कुंटू का भी स्थानांतरण कासगंज जिला कारागार हो गया। शासन के निर्देश पर सुरक्षा व्यवस्था के बीच दोपहर को ही जिला कारागार से पुलिस लेकर कुंटू को कासगंज रवाना हो गई।


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