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Physical Verification के बाद जारी होगी नए शहरी विद्यालयों की अधिसूचना, सीडीअो की अध्यक्षता में समिति गठित

नगरीय सीमा के विस्तार होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों के तीन ब्लाकों के 65 परिषदीय विद्यालयों को नगर में आ गए हैं। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग इन विद्यालयों को नगर में शामिल करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

By saurabh chakravartiEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 09:20 AM (IST)Updated: Thu, 12 Nov 2020 09:38 AM (IST)
Physical Verification के बाद जारी होगी नए शहरी विद्यालयों की अधिसूचना, सीडीअो की अध्यक्षता में समिति गठित
भौतिक सत्यापन के बाद जारी होगी नए शहरी विद्यालयों की अधिसूचना।

वाराणसी, जेएनएन। नगरीय सीमा के विस्तार होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों के तीन ब्लाकों के 65 परिषदीय विद्यालयों को नगर में आ गए हैं। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग इन विद्यालयों को नगर में शामिल करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस क्रम में इन विद्यालयों के भौतिक सत्यापन के लिए शासन ने तीन सदस्यीय समिति भी गठित कर दी है। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की अध्यक्षता में गठित  समिति प्रभारी अधिकारी (नगरीय निकाय) व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बतौर सदस्य शामिल किए गए है।

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समिति से यथाशीघ्र रिपोर्ट मांगी गई है ताकि ग्रामीण से नगर में शामिल हुए विद्यालयों की अधिसूचना जारी की जा सके।

शासन के अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की ओर से जारी आदेश में समिति को आवश्यकतानुसार दो अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को नामित करने का अधिकार है। वर्तमान में जनपद में कुल 1144 परिषदीय विद्यालय हैं। इसमें 1045 ग्रामीण में व 99 नगर के विद्यालय शामिल हैं। वहीं अब चिरईगांव ब्लाक के 19, काशी विद्यापीठ व हरहुआ 23-23 विद्यालयों को काटकर नगर में शामिल करने की तैयारी चल रही है। ऐसे में अब नगर में विद्यालयों की संख्या 99 से बढ़कर 164 हो जाएगी। वहीं ग्रामीण में परिषदीय विद्यालयों की संख्या 1045 से घटकर अब 980 हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र से 65 विद्यालय कट जाने के बाद इन विद्यालयों के शिक्षकों का स्थानांतरण अब नगर के विद्यालयों में ही होगा। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में इनकी तैनाती नहीं होगी। हालांकि नगरीय सीमा से सटे होने के कारण इन विद्यालयों के शिक्षकों पहले से ही नगरीय भत्ता मिल रहा था। ऐसे में शिक्षकों को वेतन का कोई लाभ नहीं होगा। वहीं अंचल के दूर-दराज क्षेत्रों में स्थानांतरण का भय भी अब खत्म हो जाएगा।


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