वाराणसी में गंगा घाट पर तीर्थपुरोहितों पर शुल्क हटाने के मामले में नोटिफिकेशन में हीलाहवाली
गंगा घाट पर तीर्थ पुरोहितों को लेकर लगाए गए शुल्क को लेकर नए सिरे से प्रकाशन करने वाला है। वाराणसी के नगर आयुक्त गौरांग राठी की ओर से जारी तारीख 27 जुलाई बीत गई।
वाराणसी, जेएनएन। गंगा घाट पर तीर्थ पुरोहितों को लेकर लगाए गए शुल्क को लेकर नगर निगम प्रशासन नए सिरे से प्रकाशन करने वाला है। नगर आयुक्त गौरांग राठी की ओर से जारी तारीख 27 जुलाई बीत गई। इसको लेकर तीर्थ पुरोहितों में ऊहापोह की स्थिति है। इस बाबत अपर नगर आयुक्त देवीदयाल वर्मा ने बताया कि प्रकाशन को लेकर कवायद हो रही है। वहीं, प्रकाशन में देरी को लेकर नगर निगम अधिनियम के जानकार तरह-तरह की आशंका जाहिर कर रहे हैं। यदि नगर निगम प्रशासन इस मामले में नए सिरे से स्पष्ट आदेश प्रकाशित नहीं करता है तो आगे चलकर यह अस्तित्वहीन ही सही लेकिन कोई अफसर लागू कर सकता है।
एमएलसी शतरुद्र प्रकाश कहते हैं कि जिस नियम के तहत उप विधि बनाई गई है उसकी जानकारी भी सार्वजनिक करते हुए नगर निगम सदन, महापौर व कार्यकारिणी को विश्वास में लेकर नए सिरे से प्रकाशन कर नगर निगम प्रशासन को तीर्थ पुरोहितों पर लगे शुल्क को लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए वरना भविष्य की कौन गारंटी लेगा। वहीं, इस मामले में उप विधि बनाने वाले अफसर के खिलाफ पहले की तीर्थ पुरोहित संघ ने कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि विगत दिनों नगर निगम प्रशासन ने न्यूज पेपर में विज्ञापन प्रकाशित कर गंगा घाट पर तीर्थ पुरोहितों पर शुल्क लगाने के लिए एक उप विधि का प्रकाशन किया था। इसके बाद राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने हस्तेक्षप किया तो नगर निगम प्रशासन बैकफुट पर आया। कमिश्नर, जिलाधिकारी व नगर आयुक्त ने मीडिया में खबरों के माध्यम से स्पष्ट किया कि तीर्थ पुरोहितों पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। नगर आयुक्त ने जन विरोध को ही जनापत्ति बताते हुुए नए सिरे से नोटिफिकेशन जारी करने की बात कही थी।
नहीं हो रहा सैनिटाइजेशन
नगर निगम के लाख दावों के बाद भी संक्रमित लोगों के इलाके में सैनिटाइजेशन का कार्य नहीं हो रहा है। अशोक नगर कालोनी के लक्ष्मी मंदिर के समीप दो दिन से पॉजिटिव केस मिला है लेकिन दवाओं का छिड़काव नहीं हो सका है। वहीं, टकटकपुर में भी यही हाल रहा जबकि मुख्यमंत्री ने मुकम्मल तौर पर हॉटस्पॉट इलाके को विसंक्रमित करने का आदेश दिया है।