मऊ में मुख्तार अंसारी गिरोह के 42 व्यक्तियों को नोटिस, निरस्त हो सकते हैं असलहे
योगी सरकार माफिया विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह आइएस-191 सहित अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर सिंडिकेट तोड़ने में जुटी है। अपराधियों के जमे जमाए आर्थिक तंत्र को तोड़ा जा रहा है। अभी तक इसमें अकेले मऊ जनपद में लगभग 50 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है।
जागरण संवाददाता, मऊ। योगी सरकार माफिया विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह आइएस-191 सहित अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर सिंडिकेट तोड़ने में जुटी है। अपराधियों के जमे जमाए आर्थिक तंत्र को तोड़ा जा रहा है। अभी तक इसमें अकेले मऊ जनपद में लगभग 50 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। गिरोह के मछली माफिया, भू-माफिया, वसूली गैंग, कोयला माफिया आदि के विरुद्ध कार्रवाई की गई है तो गिरोह से जुड़े 42 लोगों के 45 लाइसेंसी शस्त्रों को भी निलंबित किया जा चुका है। पुलिस प्रशासन ने गिरोह के 42 लोगों को नोटिस जारी कर जवाब मलब किया है। 16 अगस्त से जिलाधिकारी शस्त्र मामलों की सुनवाई करेंगे। अगर संतुष्टि जनक जवाब नहीं आया तो शस्त्र निरस्त कर दिए जाएंगे।
योगी सरकार में माफिया विधायक मुख्तार अंसारी के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। एक के बाद एक ताबड़तोड़ हो रही कार्रवाई से माफिया का कुनबा सुरक्षित स्थानों पर शरण लेकर अनुकूल समय का इंतजार कर रहा हैं। 1996 में पहली बार विधायक बने मुख्तार अंसारी ने आज तक पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2007 से 2012 के बीच मायावती सरकार ने मुख्तार अंसारी गिरोह के विरुद्ध अभियान चलाया था। इसमें मछली व्यवसाय के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हुई थी। एकबारगी यह लगा था कि गैंग टूट गया है परंतु सपा सरकार आते ही एक बार फिर गिरोह जमकर फला-फूला और पुरानी ताकत को भी हासिल किया। गिरोह ने मऊ सहित पूर्वांचल में एक बार फिर सिक्का जमाया। अब योगी सरकार ने एक बार फिर मुख्तार गिरोह को निशाने पर लिया है। अभी तक गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, वाराणसी सहित पूर्वांचल में पीडब्ल्यूडी, जिला पंचायत व आरइएस के ठेकों पर जहां मुख्तार गिरोह का सिक्का चलता है तो कोयला व्यापार में भी गिरोह की जबदरस्त दखल थी। मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े लोगों को धड़ाधड़ लाइसेंसी असलहे भी जारी हुए। अब गिरोह प्रशासन की पकड़ में आया है तो राज खुलने लगे हैं।
आत्म रक्षार्थ नहीं हर्ष फायरिंग में खाली हुई गोलियां : लाइसेंसी शस्त्रों का वर्ष में दो बार सत्यापन होता है। बीते वर्ष जब सत्यापन हुआ तो मुख्तार अंसारी गिरोह के 42 लोगों के 45 शस्त्रों की गोलियां कम मिली। पूछताछ में शस्त्रधारकों ने हर्ष फायरिंग में गोलियों के उपयोग का होना बताया। जबकि लाइसेंसी शस्त्र केवल आत्म रक्षार्थ के लिए होते हैं। लाइसेंसी धारक को कारतूस की खरीदारी करते समय इनका सत्यापन भी कराना पड़ता है।
बेटों के 24 करोड़ की जमीन भी हो चुकी है जब्त : मुख्तार अंसारी गिरोह को कई आपराधिक गैंग ही नहीं बल्कि नामचीन सफेदपोश ताकत प्रदान करते हैं। अब जबकि योगी सरकार ने प्रदेश में अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई तेज कर दी है तो पूर्वांचल में मुख्तार गिरोह का फैला साम्राज्य निशाने पर है। इस गिरोह से जुड़े सिंडिकेट को खंगाला जा रहा है। हर जनपद के गिरोह से जुड़े एक-एक व्यक्तियों को चिह्नित पुलिस कर रही है। मऊ से लखनऊ तक फैले अवैध साम्राज्य को पुलिस चिह्नित कर जब्त करने में जुटी है। अभी तक 49 करोड़ रुपये की संपत्ति को प्रशासन ने जब्त किया है। 09 जून को प्रशासन ने दशई पोखरा के निकट मुख्तार के बेटों अब्बास व उमर के नाम 24 करोड़ की जमीन को जब्त कर लिया।
पत्नी व सालों पर दर्ज है मुकदमा : दक्षिणटोला थाना क्षेत्र के रैनी गांव में कई बीघे में बने भंडारण गृह पर मुख्तार अंसारी का कब्जा था। रैनी निवासी अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन पर जबरन कब्जा कर बनाए गए भंडारण गृह को प्रशासन ने सीज कर दिया है। वहीं सरकारी भूमि पर कब्जा जमाने व जबरन भूमि कब्जाने के मामले में मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी सहित दो बेटों के नाम मुकदमा दर्ज है।
मुख्तार अंसारी के विरुद्ध मऊ में हुई कार्रवाई का विवरण--
- 56 लोगों पर लग चुका हैं गैंगस्टर
- गिरोह से जुड़े 76 लोगों पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई
- 68 लाख के नगरपालिका स्टैंड का टेंडर निरस्त
- 06 ठेकेदारों का चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त
- गिरोह के मछली माफिया की 8.17 करोड़ की संपत्ति कुर्क
- भू-माफिया की 60 लाख की संपत्ति जब्त
- कोयला माफिया के 5.5 करोड़ के भूखंड व शापिंग माल व एक करोड़ के वाहन जब्त
- मुख्तार अंसारी के बेटों के नाम दर्ज 24 करोड़ की जमीन जब्त
- वसूली माफिया के 6.62 करोड़ की संपत्ति जब्त
- मुख्तार अंसारी के गिरोह आइएस-191 से जुड़े 42 लोगों के 45 शस्त्र लाइसेंस निरस्त
बोले अधिकारी : जनपद में शस्त्र लाइसेंसों का सत्यापन कराया गया। इसमें मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े 42 लोगों के 45 शस्त्रों के कारतूस का सही विवरण नहीं दिया गया। ऐसे में इन शस्त्रों को निलंबित कर दिया गया है। आगे भी कार्रवाईयां चलती रहेंगी। - सुशील घुले, पुलिस अधीक्षक, मऊ।