पंचायत चुनाव में हो सकता है नोटा का विकल्प, जल्द शुरू होगा मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य
त्रिस्तरीय चुनाव निर्धारित समय पर हो इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग सक्रिय हो गया है। जिले स्तर पर भी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
सोनभद्र, जेएनएन। त्रिस्तरीय चुनाव निर्धारित समय पर हो इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग सक्रिय हो गया है। जिले स्तर पर भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। 2015 में त्रिस्तरीय पंचायत (क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान और जिला पंचायत सदस्य) चुनाव हुए थे। पिछले कुछ दिनों से यह अफवाह उड़ रही थी कि जनवरी या फिर फरवरी में ही चुनाव होंगे, लेकिन प्रशासनिक अफसर इस बात को नहीं मान रहे हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी अवधेश मिश्रा ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अपने समय पर ही होंगे। बताया कि चुनाव कार्यकाल पूरा होने पर ही होना है। बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से अभी तक ऐसा कोई भी इनपुट नहीं मिला है कि चुनाव जल्द होने वाले हैं। हां, यह जरूर है कि शायद इस बार विधानसभा निर्वाचन की मतदाता सूची के आधार पर मतदान कराया जाए। मतदान में मतदाताओं के लिए नोटा का भी विकल्प दिया जाएगा। हालांकि अभी इसकी घोषणा ऊपर से नहीं हुई है।
जल्द शुरू होगा मतदाता सूची का पुनरीक्षण
सहायक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव से पूर्व ही जल्द मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य शुरू किया जाएगा। बीएलओ घर-घर जाकर नामावली का सत्यापन करेंगे। एक माह के अंदर इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा जाएगा। इस अभियान के दौरान वोटर सूची में नए नाम बढ़ाने के अलावा विलोपित और मृतकों के नाम हटाए जाएंगे। आयोग समय से ही चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। सोशल मीडिया पर जो खबरें चल रही हैं, वह पूरी तरह से फर्जी हैं। फिलहाल पुनरीक्षण अभियान की तैयारी चल रही है।
2015 में हुए थे चुनाव
प्रदेश भर में 2015 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हुए थे। इनमें ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य का चुनाव शामिल है। अब 2020 में इन्हें पांच साल पूरा होने वाला है। काफी दिनों से यह बात उठ रही थी कि इस बार राज्य निर्वाचन आयोग कुछ समय पहले चुनाव कराने की तैयारी में है, लेकिन इस बात की पुष्टि कोई भी अधिकारी नहीं कर रहा है। जिले में कुल 637 ग्राम पंचायत हैं। जिनमें चुनाव कराए जाने हैं।