Northern Railway ने मनरेगा श्रमिकों को दिया एक करोड़ का काम, पहले चरण में यहां होगा कार्य
आयुक्त श्रम एवं रोजगार करुणाकर अदीब और नार्दन रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरएन चतुर्वेदी के बीच करीब आधा दर्जन कार्य मनरेगा कन्वर्जेंस से कराने की सहमति हुई है।
वाराणसी, [अशोक सिंह]। देश में लॉकडाउन की वजह से लाखों लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर पलायन हुआ है। इससे जहां कहीं काम प्रभावित हुआ है तो लोगों के सामने रोजगार की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने दूसरे प्रदेशों से करीब 30 लाख लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया है। सरकार के सामने अब सभी को काम देने की चुनौती है। इसके लिए अधिकारी नए-नए काम के क्षेत्र खोज रहे हैं। इसी क्रम में मनरेगा श्रमिकों के लिए उत्तर रेलवे ने एक करोड़ रुपये का काम देने की योजना बनाई है।
इस संबंध में आयुक्त श्रम एवं रोजगार करुणाकर अदीब और नार्दन रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरएन चतुर्वेदी के बीच करीब आधा दर्जन कार्य मनरेगा कन्वर्जेंस से कराने की सहमति हुई है। इसमें पहले चरण में बाबतपुर रेलवे स्टेशन से शिवपुर रेलवे स्टेशन तक और व्यास नगर रेलवे स्टेशन से ब्लाक हट बी व के तक का कार्य होगा। इसमें मनरेगा श्रमिक 22 पैच पर सेस रिपेयर, मक रिमूवल, वाटर-वे क्लीयरेंस आफ ब्रिजेज, घास की सफाई और कटाई आदि के नियमित कच्चे कार्य करेंगे।
रेलवे इन कार्यों पर करीब एक करोड़ रुपये के व्यय का स्टीमेट बनाया है। रेलवे को इन कार्यों को कराने के लिए पूर्व में बाहर से श्रमिकों को लाना पड़ता था। मनरेगा श्रमिकों के माध्यम से कार्य होने की वजह से रेलवे लाइन जिन ग्राम सभाओं से गुजरी है उन्हीं गांवों या आसपास के गांवों से श्रमिकों को लगाया जाएगा। श्रमिक अगर काम को रेलवे के अनुसार दक्षता से करेंगे तो उन्हें नियमित रूप से काम मिलता रहेगा। वाराणसी के उपायुक्त श्रम एवं रोजगार करुणाकर अदीब का कहना है कि हम लगातार नए-नए काम की तलाश कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि बाहर से आए प्रवासियों की वजह से श्रमिकों की जो संख्या बढ़ी है उन्हें मांगने पर काम की कमी न हो।
इस पर भी एक नजर
- 08- कुल विकास खंड जनपद में
- 151782- पंजीकृत मनरेगा मजदूर
- 70864- सक्रिय मनरेगा परिवार
- 698- अब जिले में कुल ग्रामसभा
- 50- हॉटस्पाट के कारण काम बंद