पूर्वोत्तर रेलवे को मिली ई-पास की सुविधा, रेलकर्मियों को नहीं लगाना पड़ेगा दफ्तरों का चक्कर
अब रेलकर्मियों को पास और पीटीओ के लिए विभागों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। ई- पास मॉड्यूल के तहत पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने पास और पीटीओ को ऑनलाइन कर दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। अब रेलकर्मियों को पास और पीटीओ के लिए विभागों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। ई- पास मॉड्यूल के तहत पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने पास और पीटीओ को ऑनलाइन कर दिया है। मण्डल में पहला ई-पास एवं यात्रा टिकट वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी सनथ जैन को जारी हुआ।
नई व्यवस्था के अंतर्गत कर्मचारियों को सभी प्रकार के पास ऑनलाइन जारी किए जाएंगे। इसके लिए मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) पोर्टल का प्रयोग किया जाएगा। ई-पास क्रियान्वित करने के लिए सभी स्टेशनों पर पीआइए (पास इश्युईइंग अथारिटी) एवं पीसी (पास क्लर्क) बनाए जायेगें, जिनको लॉगइन आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा।
पेपर रहित प्रक्रिया
कर्मचारी अपना पास-आवेदन ऑनलाइन माध्यम से प्रस्तुत कर सकेगा। यह पूरी प्रक्रिया पेपर रहित है, जिसमें आवेदन से लेकर टिकट बनाने तक सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। ई-पास प्रक्रिया के पूर्ण रूप से प्रारंभ होने तक तथा कर्मचारियों को असुविधा न हो इसके लिए वर्तमान में प्रचलित प्रणाली भी कार्य करती रहेगी तथा माह अक्टूबर 2020 से ई-पास पूर्ण रूप से लागू हो जाएगा। सेवानिवृत्त कर्मचारियों एवं अन्य पास धारकों के लिए भी ई-पास की व्यवस्था शीध्र प्रारंभ की जायेगी।
घर बैठे करें आवेदन
ई-पास प्रक्रिया के क्रियान्वयन सेे वर्तमान महामारी के दौर में संक्रमण से बचाव होगा एवं रेलवे के डिजिटाइजेशन की ओर बढ़ रहे कदम के साथ ही यह पेपर की खपत में कमी करने में भी सहायक होगा। आवेदन की पूरी प्रक्रिया मोबाइल अनुकूल है। कर्मचारी द्वारा पीआरएस एवं यूटीएस काउंटर तथा आईआरसीटीसी साइट पर जाकर ई-पास द्वारा टिकट की बुङ्क्षकग ऑन लाइन की जा सकती है।
पूर्वोत्तर रेलवे में पास और पीटीओ की सुविधा को ऑनलाइन कर दिया गया
पूर्वोत्तर रेलवे में पास और पीटीओ की सुविधा को ऑनलाइन कर दिया गया है। परिणामस्वरूप रेलकर्मियों को ऑनलाइन टिकट बुक करने में सहूलियत मिलेगी।
- अशोक कुमार, जनसंपर्क अधिकारी।
59 रेलकर्मियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट, एक संक्रमित
वैश्विक महामारी के दौर में रेलकर्मियों की सुरक्षा के मद्देनजर मंगलवार को लहरतारा स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के मंडलीय अस्पताल में रैपिड एंटीजन टेस्ट हुआ। परीक्षण के दौरान रेलकर्मी और परिवार में शामिल 59 लोगों का नमूना लिया गया। परीक्षण के उपरांत एक रेलकर्मी में संक्रमण की पुष्टि हुई। चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के बाद जिसे क्वारंटाइन कर दिया गया। जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार के अनुसार कोविड-19 के मामले को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एमएस नबियाल के नेतृत्व में जिला प्रशासन के सहयोग से मंडल चिकित्सालय वाराणसी में रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है। इ