वाराणसी में पूर्वोत्तर रेलवे ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा के लिये किया कोविड जांच
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा के लिये कोविड जांच शुरू की गई है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा के लिये कोविड जांच शुरू की गई है। इसी क्रम में वाराणसी मंडल के मंडल चिकित्सालय, लहरतारा में कोविड-19 संक्रमण के फैलाव को ध्यान में रखकर सभी रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों का चरणबद्व तरीके से कोविड-19 की जांच की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एमएस नबियाल के नेतृत्व में जिला प्रशासन के सहयोग से मंडल पर कार्यरत कर्मचारियों/अधिकारियों का रैपिड एंटीजेंट टेस्ट 24 अगस्त, 2020 से लगातार किया जा रहा है ।
इसी क्रम में वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डा. नीरज कुमार के संयोजन में मंगलवार को मंडल के 103 लेखा एवं सिगनल विभाग के कर्मचारियों एवं उनके परिजनों की जांच की गयी जिसमें दो पॉजिटिव और बाकी सभी निगेटिव पाए गये हैं। पॉजिटिव मरीजों को समुचित इलाज हेतु जिला प्रशासन द्वारा जिला चिकित्सालय भेजा गया।
24 अगस्त से चल रहे रैपिड एंटीजेन्ट टेस्ट मुहिम में अब तक वाराणसी मंडल के मंडल चिकित्सालय/वाराणसी, हेल्थ यूनिट गाजीपुर सिटी, हेल्थ यूनिट बलिया, हेल्थ यूनिट मऊ तथा हेल्थ यूनिट छपरा में जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न स्टेशनों एवं विभागों में कार्यरत कुल 827 रेलवे कर्मचारियों एवं उनके परिजनों की रैपिड किट के माध्यम से रैपिड एंटीजेंट जांच की गई जिनमें अधिकांश कर्मचारी संक्रमण मुक्त पाए गए शेष 36 पाजिटिव कर्मचारियों को जिला चिकित्सालय भेजा गया।
रैपिड एंटीजेंट टेस्ट अभियान के अंतर्गत वाराणसी मंडल चिकित्सालय में 476 कर्मचारियों की जांच की गयी जबकि गाजीपुर सिटी, बलिया, मऊ एवं छपरा स्टेशनों पर स्थित कार्यालयों, परिचालन, इंजीनियरिंग, आर.पी.एफ, वाणिज्य आदि विभागों के वरिष्ठ पर्यवेक्षक एवं लाइन में कार्यरत कुल 351 कर्मियों की जांच की गयी। इसके पूर्व जिला प्रशासन से सम्बद्ध चिकित्सालयों में आर.टी.पी.सी.आर.(Reverse Transcription Polymerase Chain Reaction) जांच एक जटिल प्रक्रिया द्वारा की जा रही थी जिसमें काफी समय लगता था। रैपिड किट के माध्यम से रैपिड एंटीजन टेस्ट कम समय में शरीर में उपस्थित कोरोना वायरस के एन्टीबाडी की जांच करता है जो संक्रमण के विभिन्न चरणों में भी सटीकता से रिपोर्ट देता है। इस दौरान कोरोना जांच कैम्प के दौरान कोरोना से बचाव हेतु सोशल डिस्टेंसिंग सहित सभी मानकों पालन किया गया।