बीएचयू में मुस्लिम शिक्षक की नियुक्ति पर नहीं थम रहा विवाद, कुलपति संग तीन घंटे की वार्ता रही बेनतीजा
बीएचयू स्थित संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में मुस्लिम शिक्षक की नियुक्ति मामले में उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू स्थित संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में मुस्लिम शिक्षक की नियुक्ति मामले में उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले सात नवंबर से विभाग के छात्र अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। वहीं गुरुवार देर रात कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने धरनारत छात्रों से वार्ता की, जिसमें बीएचयू एक्ट को लेकर उनकी शंकाओं के समाधान के लिए विधि विशेषज्ञ की राय लेने की बात कही थी। बावजूद इसके शुक्रवार को नौवें दिन भी छात्रों का धरना जारी रहा।
देर रात धरनारत छात्रों के प्रतिनिधिमंडल संग कुलपति की करीब दो घंटे तक वार्ता चली। इसमें छात्रों की मांग व उनके आरोपों को सुनने के बाद विवि प्रशासन ने अपना रूख स्पष्ट करते हुए नियुक्ति प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बताया। साथ ही संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में फिरोज खान की नियुक्ति को भी सही ठहराया। कुलपति ने छात्रों को आश्वस्त किया कि धर्म, जाति, संप्रदाय, लिंग आदि के भेदभाव से ऊपर उठकर राष्ट्र निर्माण के लिए सभी को अध्ययन एवं अध्यापन के समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए विवि प्रशासन प्रतिबद्ध है।
हालांकि विवि प्रशासन ने छात्रों की मांग व बीएचयू एक्ट को लेकर उनकी शंकाओं पर संवैधानिक अथवा विधि विशेषज्ञ की राय लेने का आश्वासन देते हुए धरना समाप्त करने की अपील की थी। बावजूद इसके छात्र नौवें दिन भी धरने पर बैठे रहे।
क्या था मामला
बीएचयू स्थित संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में गत पांच नवंबर को फिरोज खान की नियुक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर की गई। छात्रों के साथ ही शिक्षकों के एक धड़े ने एसवीडीवी के साहित्य विभाग में मुस्लिम शिक्षक की नियुक्ति का विरोध किया। इसके बाद सात नवंबर की दोपहर विभाग के छात्र नियुक्ति में धांधली व महामना के आदर्शों की अवहेलना का आरोप लगाते हुए वीसी आवास के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।