Move to Jagran APP

Ganga Dussehra 2020 वाराणसी में किसी को भी स्नान और पूजन की अनुमति नहीं, लौटाए गए श्रद्धालु

Ganga Dussehra 2020 वाराणसी के दशाश्वमेध घाट सहित विभिन्न घाटों पर सोमवार को गंगा स्नान और पूजन करने के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं को गोदौलिया चौराहे से ही वापस लौटा दिया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 10:25 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 12:58 PM (IST)
Ganga Dussehra 2020 वाराणसी में किसी को भी स्नान और पूजन की अनुमति नहीं, लौटाए गए श्रद्धालु
Ganga Dussehra 2020 वाराणसी में किसी को भी स्नान और पूजन की अनुमति नहीं, लौटाए गए श्रद्धालु

वाराणसी, जेएनएन। Ganga Dussehra 2020 कोरोना संक्रमण काल में गंगा दशहरा का पावन पर्व सोमवार को श्रद्धा, भक्ति और सादगी के साथ मनाया जा रहा है। सरकार की ओर से आठ जून से धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने की अनुमति के बावजूद लॉकडाउन 5.0 के पहले दिन यानी एक जून को वाराणसी के दशाश्वमेध घाट सहित विभिन्न घाटों पर गंगा स्नान और पूजन करने के लिए श्रद्धालु पहुंचे लेकिन खतरे को भांपते हुए उन्‍हें गोदौलिया चौराहे से ही वापस लौटा दिया गया।

loksabha election banner

गंगा दशहरा के अवसर पर दशाश्वमेध घाट सहित विभिन्न घाटों पर आरएएफ के जवान तैनात किए गए हैं।  किसी को भी स्नान और पूजन की अनुमति नही है। हालांकि बलिया में गंगा दशहरा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियम को दरकिनार कर दिया गया। बलिया से सटे माल्देपुर संगम घाट पर गंगा दशहरा के पावन पर्व पर श्रदालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। इस दौरान गंगा भक्तों ने विविध प्रकार से गंगा मईया की भव्य पूजापाठ कर मंगल कामना का आर्शीवाद मांगा। गंगा स्नान के लिए भोर से ही भक्तों का तांता लगा रहा।

इतिहास में पहली बार ऐसा देखने को मिला

धर्म नगरी काशी में गंगा दशहरा के इस पवन पर्व पर जहां लाखों लोग गंगा में स्नान करते नजर आते थे आज उन घाटों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। लोगों का कहना ये इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है। भागीरथ के पूर्वजों को तारने के लिए मां गंगा लंबा सफर तय करते हुए जेष्ठ शुक्ल प्रतिपदा से लेकर जेष्ठ शुक्ल दशमी 10 दिनों में हिमालय से होते हुए गंगासागर तक गई गंगा दशहरा के इस महत्वपूर्ण मौके पर माँगंगा की पृथ्वी पर आने की दिवस के रूप में मनाया जाता है। मां गंगा का उत्पत्ति दिवस वैसे आस्थान बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता धर्म नगरी काशी में आज के दिन हर साल लाखों की भीड़ घाटों पर होती थी हर घाट भीड़ से पूरी तरह से पटा नजर आता था लेकिन आज हर तरफ सन्नाटा है सन्नाटा ऐसा कि मानो जैसे कर्फ्यू लगा हो,  गंगा घाटों को आने वाली सड़कों पर भारी भरकम फोर्स तैनात है ताकि घाट की तरफ कोई आ-जा ना सके। यह सब सिर्फ कोविड-19 से बचाव के लिए किए गए हैं।

दरअसल गंगा दशहरा के मौके पर गंगा नदी या अन्य किसी भी सरोवर या तालाब में स्नान करने को लेकर जिलाधिकारी वाराणसी ने पहले ही रोक लगा रखी है जिसके बाद लगातार पुलिस गंगा से लेकर सड़कों तक लगातार गस्त कर गंगा स्नान करने पहुंचने वालों या फिर बेवजह गंगा घाट पर टहलने वालों पर कड़ाई करती दिखाई दे रही है। जिसकी वजह से वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर जहां आज के दिन लाखों की भीड़ जुटती थी वहां बिल्कुल सन्नाटा पसरा हुआ  भक्त श्रद्धालु अपने घरों में ही कैद हैं और घाटों पर बिल्कुल सन्नाटा पसरा हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.