वाराणसी में नीति आयोग के सदस्यों ने लोगों को व्यवहार बदलने का दिया प्रशिक्षण
वालंटियर सुपरवाइजर तथा बाल विकास परियोजना की महिलाओं ने शिरकत किया। प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य और पोषण क्षेत्र की जानकारी दी गई जिसमें बताया गया कि एक मां की जिम्मेदारी गर्भधारण के साथ ही शुरू होती है जो बच्चे के जन्म के कुछ दिनों बाद तक चलता रहता है।
वाराणसी, जेएनएन। सेवापुरी विकास खंड के सभागार में गुरुवार को व्यवहार परिवर्तन पर योगिता कौल, निदेशक व्यवहार परिवर्तन नीति आयोग के नेतृत्व में मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षित किया गया जिसमें आशा संगिनी आंगनबाड़ी सेवादल के वालंटियर सुपरवाइजर तथा बाल विकास परियोजना की महिलाओं ने शिरकत किया। प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य और पोषण क्षेत्र की जानकारी दी गई जिसमें बताया गया कि एक मां की जिम्मेदारी गर्भधारण के साथ ही शुरू होती है जो बच्चे के जन्म के कुछ दिनों बाद तक चलता रहता है।
इस अवसर पर बताया गया कि गर्भवती महिला को क्या देना है। बच्चा होने के बाद क्या करना है, इसी को लेकर मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण लेने के बाद सभी गांव में जाएंगे और गांव के लोगों को जागरूक करेंगे। जैसे टीकाकरण बच्चों की नियमित जांच आयरन की गोली के साथ अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में गांव के लोगों को बताएंगे। इस अवसर पर महिलाओं एवं परिवार के अन्य सदस्यों को नवजात शिशु की देखभाल की भी जानकारी दी जाएगी। इसी प्रकार पोषण के क्षेत्र में बताया गया कि छह माह की उम्र तक बच्चों के लिए मां का दूध अति लाभकारी होता है।
बताया कि दूध में सारे पौस्टिक गुण विद्यमान होते हैं। छह माह के अधिक उम्र के बच्चों को सिर्फ मां का दूध ही काफी नहीं है बल्कि बच्चों के सही मानसिक शारीरिक विकास के लिए घर पर बना अलग-अलग प्रकार के व्यंजनों जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, मांस, अंडे अौर फल जरूरी है। निदेशक योगिता कौल ने बताया कि मास्टर ट्रेनर समूह की स्थापना करें और उन्हीं के माध्यम से गांव के लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने का प्रयास करें। कार्यक्रम में सेंट्रल फार सोशल चेंज एंड विहेवियर की श्रेया सिंह, साक्षी यादव, सोनिका सिंह, वैभव कुमार गुप्ता तथा अखिलेश ने भी प्रशिक्षण दिया।