Nitesh Murder Case : वाराणसी नहीं लाया जाएगा गिरधारी, आज वीडियो कांफ्रेंसिंग से होगी पेशी
वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र के सदर तहसील में 30 सितम्बर 2019 को दिनदहाड़े हुई ठेकेदार नीतेश सिंह बबलू की हत्या में वांछित शार्प शूटर गिरधारी विश्वकर्मा को 22 जनवरी यानी शुक्रवार को दिल्ली से यहां नहीं लाया जा सकेगा।
वाराणसी, जेएनएन। शिवपुर थाना क्षेत्र के सदर तहसील में 30 सितम्बर 2019 को दिनदहाड़े हुई ठेकेदार नीतेश सिंह बबलू की हत्या में वांछित शार्प शूटर गिरधारी विश्वकर्मा को 22 जनवरी यानी शुक्रवार को दिल्ली से यहां नहीं लाया जा सकेगा। तिहाड़ जेल प्रशासन के अनुसार कोविड-19 के प्रोटोकाल के तहत किसी भी बंदी को जेल से बाहर नहीं ले जा सकते हैं, लेकिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हो सकती है। दिल्ली में गिरफ्तारी के बाद तिहाड़ जेल में बंद गिरधारी विश्वकर्मा की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में होगी। पेशी के दौरान नीतेश सिंह हत्याकांड को लेकर उससे पूछताछ हो सकती है। हत्या में कितने लोग शामिल थे। किसके कहने पर इस घटना को अंजाम दिया, हत्या से पहले और बाद में किसके यहां गिरधारी ने शरण ली थी.... समेत अन्य सवाल किए जा सकते हैं।
शूटर के अलावा छह और भी शामिल थे
करीब दस दिन पहले एक लाख का इनामी शातिर अपराधी गिरधारी को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पूर्वांचल के सफेदपोश व रसूखदारों की सांसें ऊपर-नीचे होने लगी हैं। अभी तक नितेश हत्याकांड में सिर्फ गिरधारी का नाम ही सामने आया है, जबकि सूत्रों के मुताबिक नितेश सिंह की हत्या में कुल सात लोग शामिल थे। इनमें से चार अपराधी शिवपुर में एक ब्लाक प्रमुख के अर्पाटमेंट में रुके थे और तीन सेट्रल जेल स्थित एक रसूखदार के आवास पर ठहरे थे। नीतेश हत्याकांड की जांच की आंच जौनपुर के पूर्व सांसद और सत्ताधारी एक विधायक तक भी पहुंच सकती है।
पुलिस की उम्मीद पर पानी फिरा
ठेकेदार नितेश की हत्या में वांछित गिरधारी को 22 जनवरी को पेश करने के लिए शिवपुर पुलिस ने कोर्ट से जारी वारंट बी को तिहाड़ जेल में तामील कराया था। पुलिस को उम्मीद थी कि शुक्रवार को गिरधारी वाराणसी जरूर लाया जाएगा, लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन ने कोविड प्रोटोकाल के तहत गिरधारी को भेजने से इन्कार कर दिया है।