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आज रात 10 बजे तक आ जाएंगे बीएचयू के नए कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन, नियुक्ति के 28 दिन बादआगमन

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के नवनियुक्त व बहुप्रतीक्षित कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन अपनी नियुक्ति के 28 दिन बाद शुक्रवार की देर रात विश्वविद्यालय परिसर पहुंचेंगे। यहां पहुंचकर वह सबसे पहले परिसर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे। वहां दर्शन-पूजन करने के बाद विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 10 Dec 2021 07:43 PM (IST)Updated: Fri, 10 Dec 2021 07:43 PM (IST)
आज रात 10 बजे तक आ जाएंगे बीएचयू के नए कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन, नियुक्ति के 28 दिन बादआगमन
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के नवनियुक्त व बहुप्रतीक्षित कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन

जागरण संवाददाता, वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय के नवनियुक्त व बहुप्रतीक्षित कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन अपनी नियुक्ति के 28 दिन बाद शुक्रवार की देर रात विश्वविद्यालय परिसर पहुंचेंगे। यहां पहुंचकर वह सबसे पहले परिसर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे। वहां दर्शन-पूजन करने के बाद विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों, अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। नवनियुक्त कुलपति पदभार ग्रहण करेंगे या नहीं, इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन कुछ भी स्पष्ट कहने की स्थिति में नहीं है।

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मार्च माह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राकेश भटनागर का कार्यकाल पूरा होने के बाद हुए स्थानांतरण के पश्चात प्रो. वीके शुक्ल को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया गया था। तब से वह इस पद का निर्वहन कर रहे थे। विश्वविद्यालय के स्थायी कुलपति के लिए कई चक्रों की प्रक्रिया के बाद राष्ट्रपति ने बीते 13 नवंबर को प्रो. सुधीर कुमार जैन के नाम पर मुहर लगाई। आइआइटी गांधीनगर (गुजरात) के निदेशक प्रो. जैन इसके पूर्व कानपुर आइआइटी में भी सेवाएं दे चुके हैं। उन्हें एक कुशल प्रशासक माना जाता है। किंतु बीएचयू के कुलपति पद पर नियुक्ति होने के बाद भी बनारस नहीं आए। इधर विश्वविद्यालय प्रशासन, आचार्य, प्राध्यापक एवं छात्र स्थायी कुलपति की बाट जोहते रहे। इस बीच प्रो. जैन लगातार विश्वविद्यालय के अधिकारियों के संपर्क में बने रहे। उन्होंने अधिकारियों से जूम पर मीटिंग की और विश्वविद्यालय के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद बीते तीन दिन पूर्व उन्होंने सभी डीन एवं विभागाध्यक्षों की भी आनलाइन बैठक ली और विश्वविद्यालय के कुल छात्रों की संख्या, कुल फेकल्टी (पार्ट टाइम एवं फुल टाइम) , विश्वविद्यालय की मजबूती, प्रत्येक विभाग की पांच बड़ी चुनौतियाें, सेल्फ इंप्रूवमेंट्स के पांच मानकों और प्रशासनिक सहयोग के बारे में विस्तृत जानकारी ली थी। अब विश्वविद्यालय के लोग उनके आगमन के बाद उनके पदभार ग्रहण करने की ओर टकटकी लगाए देख रहे हैं।


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