Move to Jagran APP

माध्यमिक विद्यालयों के नए सत्र में पहले दिन बस्ता खाली

जागरण संवाददाता, वाराणसी : यूपी बोर्ड से संचालित माध्यमिक विद्यालयों का भी नया शैक्षणिक सत्र दा

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Apr 2018 10:57 AM (IST)Updated: Mon, 02 Apr 2018 01:23 PM (IST)
माध्यमिक विद्यालयों के नए सत्र में पहले दिन बस्ता खाली
माध्यमिक विद्यालयों के नए सत्र में पहले दिन बस्ता खाली

जागरण संवाददाता, वाराणसी : यूपी बोर्ड से संचालित माध्यमिक विद्यालयों का भी नया शैक्षणिक सत्र दो अप्रैल से शुरू हो गया। वहीं पाठ्यपुस्तकें अब तक नहीं आ सकी है। गत सत्र के बच्चों को पुरानी किताबें जमा करने का निर्देश दिया गया है। बावजूद कक्षा एक व दो में करीब सत्तर बच्चों ने किताबें नहीं जमा की। छोटे बच्चों की ज्यादातर किताबें फट गई हैं। या गायब हो गई है। ऐसे पहले ही दिन बच्चों का बैग खाली रहा। स्कूलों में बच्चों को किताब के पन्ने से पढ़ाया जा रहा है। उधर माध्यमिक विद्यालयों का भी यहीं हाल है। अब कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाओं में एनसीईआरटी की किताबें लागू कर दी गई है। वहीं बाजार में एनसीईआरटी की किताबें अब तक नहीं आ सकी है। विद्यार्थी एक दुकान से दूसरी दुकानों की दौड़ लगा रहे हैं।

loksabha election banner

वहीं नए सत्र में पठन-पाठन सीसी टीवी कैमरे की निगरानी में होने का निर्णय लिया गया है। गुरुजी पर भी कैमरे की नजर होगी। प्राय: सभी विद्यालयों से कैमरे लग चुके हैं। प्रधानाचार्यो को निर्देश दिए गए हैं कि वह फुटेज सुरक्षित रखें ताकि निरीक्षण के दौरान फुटेज से भी विद्यालयों में पठन-पाठन की स्थिति की पड़ताल की जा सके।

परीक्षाओं में नकल रोकने में सफलता हासिल करने के बाद शासन ने पठन-पाठन की गुणवत्ता सुधारने में जुटी हुई है। इस क्रम सत्र 2018-19 के लिए शासन शैक्षिक पंचांग भी जारी कर दिया है। इसमें सभी विद्यालयों को पाठ्यक्रमों का वर्गीकरण कर पढ़ाने का निर्देश दिया गया है। वहीं डीआइओएस डा. ओपी राय ने भी नए सत्र से पठन-पाठन की गुणवत्ता पर शिकंजा कसने का निर्णय लिया है। इस क्रम में उन्होंने प्रधानाचार्यो से सीसी टीवी कैमरे की फुटेज सुरक्षित रखने का निर्देश दिया है ताकि एक दिन में कितना कक्षाएं संचालित हुई। कौन-कौन से अध्यापक ने क्लास लिया। इसकी जांच की जा सके। उन्होंने बताया कि अध्यापकों की उपस्थिति के लिए बायोमीट्रिक भी सभी विद्यालयों लगाए जा चुके हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों से पूरी ईमानदारी के साथ पढ़ाने का निर्देश दिया है। कहा कि हर माह पढ़ाई की समीक्षा भी की जाएगी।

नहीं चलेगा अटैचमेंट का खेल

जनपद में कई ऐसे विद्यालय हैं जो जूनियर हाईस्कूल की मान्यता लेकर हाईस्कूल की कक्षाएं संचालित करते हैं। इसी प्रकार हाईस्कूल की मान्यता लेकर इंटर की कक्षाएं संचालित करने का खेल भी चल रहा है। ऐसे विद्यालय अपने विद्यार्थियों को मान्यता प्राप्त दूसरे विद्यालयों से परीक्षा फार्म भरवाते हैं। डीआइओएस ने अटैचमेंट के खेल पर भी शिकंजा कसने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस बार सभी विद्यालयों को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं। ऐसे दूसरे विद्यालयों के विद्यार्थियों को अटैच करने पर संबंधित कालेजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- नहीं आई किताबें

परिषदीय विद्यालयों में पुस्तकें नहीं आने के कारण बच्चों को पुरानी किताबों से काम चलाना होगा। बताया जा रहा है कि इस माह में पुस्तकों के आने की भी संभावना नहीं है।

- 45 विद्यालयों में होगी अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई

जनपद के 45 परिषदीय विद्यालयों में दो अप्रैल से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई के लिए दाखिला शुरू होगा। यह सुविधा नगर के पांच व ग्रामीण क्षेत्रों के 40 विद्यालयों में मिलेगी। इसके लिए शिक्षकों की चयन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। हालांकि यहां भी अंग्रेजी माध्यम की किताबें नहीं आई हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.