वाराणसी में दूरसंचार का बिगड़ा तार, उपभोक्ताओं में आक्रोश का संचार, बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई भी प्रभावित
वाराणसी में मोबाइल फोन से नेटवर्क गायब होने से बेपटरी हुई दूरसंचार व्यवस्था ग्रामीण उपभोक्ताओं में आक्रोश का संचार करने लगी है। वहीं बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई भी प्रभावित हुई है।
वाराणसी, जेएनएन। मोबाइल फोन से नेटवर्क गायब होने से बेपटरी हुई दूरसंचार व्यवस्था ग्रामीण उपभोक्ताओं में आक्रोश का संचार करने लगी है। इससे प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया अभियान को भी पलीता लग रहा। वहीं बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो पा रही है। बैंकों का सर्वर डाउन रहने से लेन-देने प्रभावित है। काशी विद्यापीठ ब्लॉक में शुक्रवार को बीएसएनएल का नेटवर्क बाधित होने सेे मुख्यालय पर दिनभर कार्य प्रभावित रहा। मनरेगा श्रमिकों का भुगतान, जॉब कार्ड रजिस्ट्रेशन, आवास फीडिंग सहित मनरेगा मस्टररोल का कार्य ठप था। बरकी स्थित दूरसंचार उपकेंद्र का बीटीएस छह माह से खराब है। दर्जनों गांवों के लोग परेशान हैं। चौबेपुर में आए दिन उपकेंद्र फेल होने से उपभोक्ताओं के ब्राडबैैंड बंद रहते हैैं। चोलापुर, दानगंज, अजगरा, हरहुआ, बड़ागांव, चिरईगांव, पिंडरा, फूलपुर, सिंधोरा क्षेत्रों का भी यही हाल है।
ऑनलाइन पढ़ाई प्रभावित
अनलॉक के बाद सरकारी-निजी, स्कूलों ने बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लास शुरू किया है, लेकिन ध्वस्त नेटवर्क के कारण पढ़ाई प्रभावित है। मोबाइल पर न तो बच्चे वीडियो देख पा रहे और न पाठ्य सामग्री। इससे बच्चे भी परेशान हो गए हैं। लॉकडाउन के कारण उनकी पढ़ाई पहले से ही प्रभावित है। अब जब सभी को ऑनलाइन एजुकेशन के लिए प्रेरित किया जा रहा है तो उसमें नेटवर्क बाधा बनकर सामने आ रहा है। जिसका नेटवर्क मिल रहा है उसकी पढ़ाई जारी है। लेकिन जिसका ठप है उसकी पढ़ाई भी ठप हो गई है।
बैैंकिंग व्यवस्था प्रभावित
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित बैैंकों का आए दिन सर्वर बाधित रहता है, जिससे लेन-देन ठप रहता है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को झेलना पड़ता है। दूरदराज से आए ग्राहकों को बेरंग घर लौटना पड़ता है। कई बार तो कोरोना काल में वे बैंक वालों को कोसते नजर आए। कोरोना काल में घर से बाहर निकलना हर किसी को अच्छा नहीं लग रहा है। वहीं मजबूरी में बैंक तक जाते हैं। वहां जाने पर पता चलता है कि सर्वर ही काम नहीं कर रहा।