वाराणसी में एनडीआरएफ ने रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को दिया विशेष प्रशिक्षण
रैपिड एक्शन फोर्स के प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के दौरान प्राकृतिक और मानव कृत आपदाओं में राहत एवं बचाव कार्य के दौरान प्राथमिक चिकित्सा उपचार ध्वस्त ढांचों में खोज एवं बचाव कार्य करना भूकंप रेल दुर्घटना बाढ़ जैसी भीषण आपदाओं में खोज एवं राहत बचाव कार्य करने का प्रशिक्षण दिया गया।
वाराणसी, जेएनएन। आपदाओं से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल वाराणसी की इकाई सदैव तत्पर रहती है और समय-समय पर स्थानीय सहायक एजेंसियों को भी प्रशिक्षण देती रहती है। इसी कड़ी में सोमवार को गौतम बुद्ध भवन स्थित एनडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय में 91 रैपिड एक्शन फोर्स, बिजनौर के 60 जवानों के आपदा प्रबंधन कोर्स का समापन किया गया।
रैपिड एक्शन फोर्स के प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के दौरान प्राकृतिक और मानव कृत आपदाओं में राहत एवं बचाव कार्य के दौरान प्राथमिक चिकित्सा उपचार, ध्वस्त ढांचों में खोज एवं बचाव कार्य करना, भूकंप, रेल दुर्घटना और बाढ़ जैसी भीषण आपदाओं में खोज एवं राहत बचाव कार्य करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके माध्यम से वे आपदाओं में त्वरित कार्रवाई कर जनमानस का अमूल्य जीवन बचा सकेंगे। आठ सप्ताह के इस कोर्स का आरम्भ सात दिसंबर से किया गया था, जिसका विधिवत समापन किया गया।
11 वीं वाहिनी के उपमहानिरीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक सत्यनारायण प्रधान के दिशा निर्देश में पूरे भारतवर्ष के सभी राज्यों में एनडीआरएफ, स्थानीय सहायक इकाइयों और साथ ही साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के काॢमकों को भी आपदा से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है। कोई भी छोटी सी घटना विकराल आपदा का रूप ले सकती है यदि हम आपदा का प्रबंधन करने में सक्षम होगे तो उस छोटी सी घटना को आपदा में परिवर्तित होने से पहले ही रोका जा सकता है और साथ ही भीषण आपदाओं के दौरान आपदाओं के जोखिम का न्यूनीकरण किया जा सकता है। जिससे कम से कम जान माल का नुकसान हो सके और बहुमूल्य जीवन को बचाया जा सके। एनडीआरएफ ने समय समय पर बचाव व राहत कार्य में अपना अमूल्य योगदान दिया है।