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National Urban Health Mission : वाराणसी के सारनाथ में बनेगा माडल शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

National Urban Health Mission के प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेशन प्लान में शहर बनारस को मिले दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माडल होगी। यह महात्मा बुद्ध का प्रथम उपदेश स्थली और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र सारनाथ में आकार पा रही है। सौगात स्वरूप मिले शहरी सीएचसी को स्थापित किया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 14 Sep 2021 08:50 AM (IST)Updated: Tue, 14 Sep 2021 04:12 PM (IST)
National Urban Health Mission : वाराणसी के सारनाथ में बनेगा माडल शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
राष्ट्रीय नगरीय स्वास्थ्य मिशन के प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेशन प्लान में बनारस को मिले दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माडल होगी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। National Urban Health Mission राष्ट्रीय नगरीय स्वास्थ्य मिशन के प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेशन प्लान में शहर बनारस को मिले दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माडल होगी। यह महात्मा बुद्ध का प्रथम उपदेश स्थली और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र सारनाथ में आकार पा रही है। इस छोटे मल्टी स्पेशियलिटी हास्पिटल में ही एनयूएचम से सौगात स्वरूप मिले शहरी सीएचसी को स्थापित किया जाएगा। सैलानियों का चिकित्सा सुविधा के लिहाज से यहां पहले से 30 बेड का मल्टी स्पेशियलिटी हास्पिटल बनाया जा रहा है। इसमें योजना के तहत मिले पांच विशेषज्ञ चिकित्सक व अन्य स्टाफ तैनात किए जाएंगे। केंद्र भी शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सारनाथ के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा दूसरा शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काशी विद्यापीठ ब्लाक पीएचसी को अपग्रेड कर आकार पाएगा।

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आकर्षित करेंगी नक्काशीदार, नवंबर में पीएम करेंगे लोकार्पण

सरकारी अस्पताल के नाम पर अमूमन मोटी-मोटी दीवार और सीलन के चलते चप्पर छोड़ती छतों का तसव्वुर आंखों के सामने आ जाता है। मगर बीते कुछ वर्षों में यह धारणा टूटी है। केंद्र व राज्य सरकार की पहल पर न केवल अस्पतालों की सूरत बदली है, बल्कि चिकित्सीय सुविधाओं की बेहतरी ने निजी अस्पतालों को कड़ी चुनौती दी है। इस कड़ी में सारनाथ में बन रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी नायाब होगा। चुनार के बलुआ पत्थर को तराश कर बनाई गई नक्काशीदार बाहरी दीवारें भी लोगों को आकर्षित करेंगी। माना जा रहा है अगले विजिट में पीएम इसका लोकार्पण भी कर सकते हैं।

बुद्धा थीम पर बन रहा हास्पिटल भवन

छह करोड़ 81 लाख रुपये की लागत से बन रहे हास्पिटल का काम करीब 65 फीसद पूरा हो चुका है। नवंबर तक काम पूरा करने के लिए 50 मजदूर व एक दर्जन कारीगर लगाए गए है। मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल बनने से क्षेत्रीय लोगो के साथ यहां आने वाले पर्यटकों को 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। कार्यदायी संस्था यूपी स्टेट कंस्ट्रक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन के अभियंता ओपी वर्मा के मुताबिक हास्पिटल का भवन बुद्धा थीम को केंद्र में रखकर बनाया जा रहा है। भवन के बाहरी हिस्से व खिड़कियों के छाजन पर चुनार के बलुआ पत्थर को तराश कर लगाया जा रहा है। यह न केवल हास्पिटल को पुरातात्विक रूप दे रहे हैं, बल्कि देखने में भी निहायत खूबसूरत हैं।

ये हैं बन कर तैयार

ग्राउंड फ्लोर : पैथलाजी, एक्स-रे , अल्ट्रासाउंड, दंत, नेत्र चिकित्सक कक्ष, कार्यालय, बेबी केयर, लेबर रूम व स्टोर रूम।

प्रथम तल : स्टोर, लेबर रूम, पुरूष वार्ड, महिला वार्ड।

मिलेंगी ये सुविधाएं

सारनाथ मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल में महिला प्रसुति विभाग, अस्थि रोग, नेत्र, गैस्ट्रो सहित अन्य रोगों के विशेषज्ञ डाक्टर होंगे। हास्पिटल में एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउंड की आधुनिकतम मशीनें होंगी।


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