राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस : पर्यावरण संतुलन में पेड़-पौधों की भूमिका अहम, वाराणसी में रोपे गए 251 पौधे
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का 72वें स्थापना दिवस को राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के रूप मनाया गया और 251 जगहों पर पौधरोपण किया गया।
वाराणसी, जेएनएन। हम अपने निहित स्वार्थ में प्रकृति का लगातार दोहन कर रहे हैं। इसके चलते प्राकृतिक असंतुलन बढ़ रहा है। संतुलन बनाने रखने के लिए हमें प्रकृति से लेने के स्थान पर कुछ लौटाने की प्रवृत्ति विकसित करनी होगी। प्रकृति को कुछ लौटाने का सबसे सरल उपाय पौधरोपण है। पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में पेड़-पौधों की भूमिका अहम हैं। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिवर्ष कम से कम एक पौध अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए। वहीं पौधा लगाना ही बड़ी बात नहीं हैं। पौधों का देखभाल करना भी हमारी ही जिम्मेदारी है। पर्यावरण संरक्षण व सुरक्षित करने के लिए पौध रोपण बहुत ही आवश्यक है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 72वें स्थापना दिवस के मौके पर गुरुवार को ये बातें वक्ताओं ने कही। परिषदीय के कार्यकताओं ने स्थापना दिवस राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया। वहीं इस बार विद्यार्थी दिवस पर्यावरण संरक्षण को समर्पित रहा। इसके तहत परिषद के कार्यकताओं ने अभियान चलाकर जनपद के विभिन्न स्थानों में आम, अमरूद, नींबू, आंवला, अशोक व अन्य फलदार व छायादार 251 पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने की कोशिश की। इस क्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में 101 पौधे रोपे गए। पौधा लगाने वालों में मुख्य रूप से प्रांत संगठन मंत्री विजय प्रताप, कुलसचिव डा. साहब लाल मौर्य, महानगर अध्यक्ष डा. निशा सिंह सहित अन्य लोग शामिल थे। उधर, विद्यापीठ के गंगापुर परिसर में परिषद के विभाग प्रमुख विनय पांडेय, गौरव उपाध्याय, रामरेश तिवारी, नमन कुमार ने पौधा लगाया। वहीं मैदागिन स्थित भारतेंदु हरिश्चंद्र उद्यान में काशी महानगर के कार्यकर्ताओं ने 51 पौधा रोपा। इसी प्रकार जाल्हूपुर, रामनगर व विभिन्न स्थानों पर भी पौधा लगाया गया। पौधा रोपने वालों में महानगर संगठन मंत्री आशीष ङ्क्षसह, उपाध्यक्ष डा. ऊर्जस्वित सिंह, महानगर मंत्री कुंवर ज्ञानेंद्र, अंकित सिंह, मनीष यादव, अश्वनी जायसवाल, सौरभ सोनकर, शुभम सेठ सहित अन्य लोग शामिल थे।