पीएमओ से सीधे जुड़ेंगे राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक, तैयार किया जा रहा है डेटाबेस
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवक अब सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़ेंगे। इसके लिए देशभर में करीब तीन लाख स्वयंसेवकों का डेटाबेस बनाया जा रहा है।
वाराणसी [अजय कृष्ण श्रीवास्तव]। National service Scheme राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवक अब सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़ेंगे। इसके लिए देशभर में करीब तीन लाख स्वयंसेवकों का डेटाबेस बनाया जा रहा है। इस संबंध में पीएमओ ने देशभर के कार्यक्रम समन्वयकों से स्वयंसेवकों व माता-पिता का नाम, मोबाइल नंबर, मेल, व अवासीय पता सहित अन्य विवरण एक्सल शीट पर मांगा है।
कोविड-19 की महामारी को देखते हुए यूनिसेफ के सहयोग से मुस्कुराएगा इंडिया नामक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी एनएसएस के स्वयंसेवकों को सौंपी गई है। कार्यक्रम अधिकारी काउंसलर व जिलों के कोआर्डिनेटर बनाए गए हैं। इस महामारी में कार्यक्रम समन्वयक व स्वयंसेवकों की भूमिका को सराहा जा रहा है। उन्होंने प्रवासी मजदूरों को राह दिखाने व मास्क वितरण सहित अन्य कार्य में बढ़चढ़ कर प्रतिभाग किया। इसे देखते हुए भविष्य में भीजागरूकता कार्यक्रमों से स्वयंसेवक सीधे जोड़े जा सकते हैैं।
डेटा तैयार कराने में जुटे उच्च शैक्षिक संस्थान
इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय का परिपत्र काशी ङ्क्षहदू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारियों को मिला। इसमें स्वयंसेवकों का संपूर्ण डेटा अंग्रेजी में जल्द मांगा गया है। राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक (उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड) अशोक कुमार श्रोती की ओर से जारी परिपत्र में स्वयंसेवकों का डेटा उपलब्ध न कराने पर संबंधित संस्थाओं का अनुदान रोकने की भी चेतावनी दी गई है। पत्र मिलते ही बीएचयू, विद्यापीठ व संविव के कार्यक्रम समन्वयक स्वयंसेवकों का डेटा तैयार कराने में जुट गए हैं।
पांच जिलों में दस हजार स्वयंसेवक
वाराणसी के अलावा चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र में काशी विद्यापीठ से संबद्ध महाविद्यालयों के करीब दस हजार से अधिक स्वयंसेवक राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े हुए हैं। विवि ने कालेजों से स्वयंसेवकों का डेटा मांगा है।
स्वयंसेवकों को पीएमओ से प्रधानमंत्री का संदेश भी मिलता रहेगा
प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारियों से स्वयंसेवकों का डेटा मांगा है। ऐसा इसलिए ताकि कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयंसेवकों से सीधे संवाद कर सकें। साथ ही स्वयंसेवकों को पीएमओ से प्रधानमंत्री का संदेश भी मिलता रहेगा।
-डा. केके सिंह, कार्यक्रम समन्वयक, काशी विद्यापीठ।