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National Cancer Awareness Day : समय पर हो पहचान और उपचार तो कैंसर पर काबू पाना संभव

देश में लगभग 10 लाख से अधिक कैंसर के ऐसे मामले में आते हैं जो अग्रिम अवस्था के गंभीर मामले होते हैं। ऐसी स्थिति में मरीज का बचना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में अगर समय से कैंसर के लक्षणों की पहचान कर उपचार शुरू कर दिया जाएं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 07:10 AM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 09:55 AM (IST)
National Cancer Awareness Day : समय पर हो पहचान और उपचार तो कैंसर पर काबू पाना संभव
देश में सात नवंबर 2014 से राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है।

वाराणसी, जेएनएन। देश में लगभग 10 लाख से अधिक कैंसर के ऐसे मामले में आते हैं जो अग्रिम अवस्था के गंभीर मामले होते हैं। ऐसी स्थिति में मरीज का बचना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में अगर समय से कैंसर के लक्षणों की पहचान कर उपचार शुरू कर दिया जाएं तो इस पर काबू पाएं जाने की संभावना बढ़ जाती है। महिलाएं अगर 35 वर्ष की उम्र पर अपनी उचित जांच कराती रहें तो वे स्तर कैंसर से बच सकती है। बीएचयू के चिकित्सक कहते हैं 'कैंसर से बचना है, डर को दूर भगाना है, डाक्टर को बताना है और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना है। सात नवंबर राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जा रहा है। इसके माध्यम से कैंसर की रोकथाम व उसके शीघ्र पहचान के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित स्त्री एवं प्रसूति रोग की प्रो. संगीता राय बताती हैं कि देश में सात नवंबर 2014 से राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है।

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पुरुषों में सबसे अधिक मुंह एवं गले के कैंसर की समस्या बढ़ रही है। यह समस्या तंबाकू, सिगरेट, बीड़ी आदि के अधिक सेवन से बढ़ रही है। ऐसे में जरूरी है कि कैंसर के कारण की भी रोकथाम की जाएं। महिलाओं में बच्चेदानी से अधिक स्तन कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। इस लिए जागरूकता एवं स्वच्छता बहुत जरूरी है। कम उम्र में या अधिक गर्भाधारण भी कैंसर को दावत देने जैसा है। ऐसे में समाज में सभी लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। अन्यथा हम परेशानी में पड़ सकते हैं।

- प्रो. यूपी शाही, रेडियोथेरेपी एवं रेडिएशन विभाग, बीएचयू

स्तन में बदलाव दिखे तो तुरंत मिले चिकित्सक से

स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ होने के नाते यह बताना जरूरी है कि यदि महिलाएं सतर्क, जागरूक रहें और अपनी जीवनशैली पर ध्यान दें तो कैंसर से बचा जा सकता है। उचित होगा कि 35 वर्ष की उम्र के बाद महिलाएं अपने स्तनों में किसी तरह के बदलाव, सूजन, गांठ दिखाई दे तो तुरंत चिकित्सक से मिले। साथ ही सफेद पदार्थ स्त्रावित हो, पेशाब के समय दर्द हो, पीरियड्स के अलावा भी ब्लीडिंग हो, शारीरिक संबंध के दौरान ब्लीडिंग हो तो भी सतर्क हो जाना चाहिए।

-प्रो. संगीता राय, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, बीएचयू

अचानक घटे वजन तो हो जाएं सतर्क

कैंसर के शुरूआती लक्षण : कैंसर के शुरूआती लक्षण आम बीमारी की तरह होते हैं, लेकिन यह जल्दी ठीक नहीं होते। अचानक ही वजन घटना, कमजोरी आना, शरीर में गांठ दिखना आदि लक्षण कैंसर के हो सकते हैं। जब मानव शरीर में कोशिकाओं के जीन में परिवर्तन होने लगता है तब कैंसर की शुरूआत होती है। कैंसर 200 से भी अधिक प्रकार के हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर ब्लड कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, स्तन कैंसर, ओवेरियन और सर्वाइकल कैंसर, स्कीन कैंसर, मौखिक गुहा कैंसर आदि प्रमुख हैं।

प्रमुख कारण : शारीरिक श्रम न के बराबर होना, गलत जीवनशैली, मोटापा, पर्याप्त नींद नहीं लेना, देर से शादी, देश से गर्भाधारण, बच्चों को स्तनपान न कराना, फेमिली हिस्ट्री आदि भी कैंसर के प्रमुख कारण बन रहे हैं।

बचाव : हरी पत्तेदार सब्जी का करें भरपूर सेवन

अपना वजन नियंत्रित रखें, तैलीय पदार्थ, जंक या डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं करें, हरी पत्तेदार सब्जियों, पौष्टिक भोजन का सेवन भरपूर करें, स्वच्छता का विशेष ध्यान दें, योग, प्रणायाम व व्यायाम भी करें। साथ ही मानसिक तनाव व प्रदूषण से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए।


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