नरेंद्र मोदी पीएम ही नहीं समाज सुधारक भी, राजर्षि जयंती समारोह में बोले डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि नरेंद्र दामोदर दास मोदी केवल प्रधानमंत्री ही नहीं बल्कि पवित्र मन से जनहित के मुद्दे उठाने वाले समाज सुधारक भी हैं।
वाराणसी, जेएनएन। नरेंद्र दामोदर दास मोदी केवल प्रधानमंत्री ही नहीं, बल्कि पवित्र मन से जनहित के मुद्दे उठाने वाले समाज सुधारक भी हैं। स्वच्छता अभियान को लेकर उनके दृढ़ निश्चय का ही परिणाम है कि गांव से शहर और रेलवे स्टेशन से लेकर अस्पताल साफ-सुथरे नजर आ रहे हैं। ये बातें कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कही।
वह मंगलवार को यूपी कालेज में संस्थापक राजर्षि उदय प्रताप सिंह 'जूदेव' की 169वीं जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। कौशल विकास को वर्तमान युग की सबसे बड़ी जरूरत बताते हुए उन्होंने राजर्षि उदय प्रताप सिंह की दूरदर्शिता पर प्रकाश डाला। कहा कि यूपी कालेज की स्थापना करते समय उन्होंने शिक्षा के जितने भी आयाम हो सकते थे, उन्हें इसमें समाहित किया और रोजगार सृजन की ओर भी ध्यान दिया।
राजर्षि के आदर्शों को करें आत्मसात : इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने छात्रों को राजर्षि उदय प्रताप सिंह 'जूदेव' के बताए मार्गों का अनुसरण कर बेहतर समाज निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का आह्वान किया। साथ ही जल संरक्षण की ओर भी उन्होंने शिक्षकों-छात्रों का ध्यान आकृष्ट किया।
फिट होने यूपी कालेज आते हैं लोग : कहा कि राजर्षि ने दशकों पहले शिक्षा के साथ स्वास्थ्य संवद्र्धन पर ध्यान देते हुए यहां खेल के मैदान बनवाए। उनकी सोच का परिणाम है कि छात्र ही नहीं बनारस के लोग डॉ. संपूर्णानंद स्पोट्र्स स्टेडियम के अलावा यूपी कालेज में फिट रहने के लिए आते हैं।
अप्रेंटिस के लिए उपलब्ध कराएंगे विशेषज्ञ : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपी कालेज के साथ ही रुचि दिखाने वाले अन्य महाविद्यालयों में अप्रेंटिस के लिए शीर्ष कंपनियों को अटैच कर विशेषज्ञ उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे छात्र-छात्राएं अपने महाविद्यालय परिसर में ही नौकरी से जुड़े तमाम व्यवहारिक पहलुओं से रूबरू हो सकेंगे।
अनुशासन से मिलेगी कामयाबी विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने कहा कि राजर्षि अपने शब्दों और कर्मों में अनुशासन प्रिय थे। उन्होंने जीवनभर इसका पालन किया। विकास के लिए अनुशासन जरूरी है। अनुशासित न होने पर छात्र अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर सकता है। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर वाहवाही लूटी। अध्यक्षता उदय प्रताप शिक्षा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति डीपी सिंह ने की। स्वागत संयुक्त सचिव केपी सिंह, संचालन डॉ. धर्मेंद्र सिंह व धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विजय बहादुर सिंह ने किया। शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह, संस्था के सचिव यूएन सिन्हा, बार काउंसिल उप्र के अध्यक्ष हरिशंकर सिंह, केदारनाथ सिंह, प्रो. एनके सिंह आदि थे।