नारकोटिक्स विभाग ने वाराणसी के दवा व्यापारी के खिलाफ दर्ज कराई एफआइआर, कारोबारियों में आक्रोश
वाराणसी की सप्तसागर दवा मंडी में छापेमारी कर कोडिन सीरप के तीन ब्रांड को जब्त करने के साथ ही बुधवार को कोतवाली थाने में दवा व्यापारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। विभाग ने आरोप लगाया है कि संबंधित व्यापारी अपने स्टॉक का बिल व गोदाम का लाइसेंस नहीं दिखाया।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल की सबसे बड़ी सप्तसागर दवा मंडी में छापेमारी कर कोडिन सीरप के तीन ब्रांड को जब्त करने के साथ ही बुधवार को कोतवाली थाने में दवा व्यापारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। विभाग ने आरोप लगाया है कि संबंधित व्यापारी अपने स्टॉक का बिल व गोदाम का लाइसेंस नहीं दिखाया। वहीं दवा कारोबारियों ने आरोप लगाया है कि विभाग अपने पद का दुरुपयोग कर व्यापारियों का उत्पीड़न करने पर उतारू हो गया है। इसे लेकर पूरे प्रदेश के दवा कारोबारियों में आक्रोश है।
मालूम हो कि विभाग ने सोमवार को पुलिस बल के साथ सप्तसागर दवा मंडी के ज्ञान मंडल प्लाजा स्थित दुकान में छापेमारी की थी। गोदाम में भारी मात्रा में कोडिन सीरप पकड़ी गई। मंगलवार तक इसके मिलान की कार्रवाई की गई। ड्रग लाइसेंस अथॉरिटी वाराणसी के सहायक औषधि आयुक्त केजी गुप्ता ने बताया बिल एवं लाइसेंस नहीं होने एवं भारी मात्रा में यह दवा भंडारण करने के आरोप में दुकानदार सुनील जायसवाल के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। उधर, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिशन के अध्यक्ष मनोज खन्ना एवं केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष एवं केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के जिला महामंत्री संदीप चतुर्वेदी कहना हैं कि अब लाइसेंस एवं बिल प्रक्रिया आनलाइन है। चतुर्वेदी ने बताया कि अधिकारी के पास मोबाइल पर भी लाइसेंस उपब्ध है। बावजूद इसके दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई दुभाग्यपूर्ण हैं। इसके साथ ही विभाग के अधिकारियों को लाइसेंस की छायाप्रति भी मुहैया करा दी गई है। वहीं दुकानदार गिरफ्तारी के डर से सामने आने से बच रहा है।
पुलिस संग छापेमारी से दवा व्यपारियों में रोष,लगाया उत्पीड़न का आरोप
सप्तसागर दवा मंडी में सोमवार को पुलिस बल के साथ छापेमारी किए जाने पर दवा व्यपारियों में रोष है। व्यापारियों ने नारकोटिक्स विभाग पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इसे लेकर मंगलवार को आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है। व्यापारियों का का कहना है कि जिस गोदाम में छापेमारी कर दवाईयों को सील किया गया है सभी का बिल भी है। साथ ही गोदाम का लाइसेंस भी। बावजूद इसके नारकोटिक्स विभाग की यह करवाई दुर्भाग्यपूर्ण है। मालूम हो कि पिछले दिन ज्ञान मंडल प्लाजा स्थित दुकान में करोड़ों के प्रतिबंधित सीरप के आरोप में छापेमारी की गई थी। मंडल प्लाजा स्थित प्रेक्षा आयुर्वैदिक की दुकान पर छापेमारी कर दुकान में रखे ऑनरेक्स सीरप, आरसी कफ, वेल्वरेक्स सीरप प्रतिबंधित सीरप को भारी मात्रा में बरामद किया गया था। उस दुकान के तीन पार्टनर है, जिसमें सुनील जायसवाल, हेमंन्त सैनी व योगितानन्द यादव। नारकोटिक्स विभाग और ड्रग इंस्पेक्टर जकुमार शाह सुरेन्द्र कुमार तथा ड्रग इंस्पेक्टर सौरभ दुबे ने गोदाम में रखे माल को कब्जे में लेकर उसकी गिनती शुरू कर दी। व्यापारियों को एतराज है कि इस दौरान पुलिस क्यों बुलाई गई थी। उधर, विभाग ने लगभग डेढ़ सौ पेटी का माल, जिसकी कीमत लगभग दो करोड़ पर है जब्त किया। पुलिसिया करवाई एवं विभाग द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ आज व्यापारी बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।