अतिक्रमण हटने से नहीं बचा पाया विरोध, अपने ही सफाई कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ा
पांडेयपुर तालाब से अतिक्रमण हटाने गए निगम प्रशासन को अपने ही सफाई कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ा।
वाराणसी, जेएनएन। पांडेयपुर तालाब से अतिक्रमण हटाने गए निगम प्रशासन को अपने ही सफाई कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। सफाई कर्मियों ने अतिक्रमण हटाने के विरोध में कुछ देर के लिए पांडेयपुर-अर्दली बाजार मार्ग को जाम भी किया। बावजूद इसके नगर निगम प्रशासन ने वहां अभियान चलाकर 50 से अधिक झुग्गी-झोपड़ियों को गिरा दिया। नगर निगम प्रशासन स्मार्ट सिटी के तहत पांडेयपुर तालाब का सुंदरीकरण करा रहा है। इसके मद्देनजर गुरुवार को वहां अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। दोपहर में नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते के पहुंचते ही सफाई कर्मियों ने विरोध करना शुरू कर दिया।
उनका कहना था कि नगर निगम प्रशासन पहले उनके रहने की व्यवस्था करे उसके बाद उनकी झोपड़ियों को हटाए। कहा कि जहां हमलोग जाते हैं वहां से हटा दिया जाता है। इससे पहले राजाबाजार क्षेत्र से उनको हटाया गया। अब यहां से भी हटाया जा रहा है। मौके पर उपस्थित अतिक्रमण प्रभारी और तहसीलदार विनय राय का कहना है कि आराजी नंबर 149 नगर निगम के रिकार्ड में तालाब दर्ज है, जो लगभग साढ़े छह एकड़ में है। तालाब के आसपास अतिक्रमण करने वाले सफाई कर्मियों का सर्वे कराया जा रहा है। आवास बनने पर किसी योजना में उन्हें शामिल किया जाएगा।
8.19 करोड़ से होगा सुंदरीकरण स्मार्ट सिटी के प्रभारी अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मल्लिक ने बताया कि नगर निगम स्मार्ट सिटी योजना के तहत 8.19 करोड़ से इस तालाब का सुंदरीकरण कराया जाना प्रस्तावित है। इसके तहत तालाब की चहारदीवारी बनाने के साथ चारों ओर सीढि़यां बनाई जाएंगी। तालाब के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए पाथ वे और फर्श भी प्रस्तावित है। साथ ही लोगों को बैठने के लिए बेंच भी लगाए जाएंगे।